कैसे होती है डबल रोल की शूटिंग, किसने शुरू किया था यह कॉन्सेप्ट? जानिए सबकुछ
रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी कॉमेडी एक्शन फिल्म 'सर्कस' सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता रणवीर सिंह डबल रोल में अभिनय करते नजर आ रहे हैं। रणवीर से पहले भी कई सेलेब्स अन्य फिल्मों में डबल रोल कर चुके हैं। सवाल ये उठता है कि आखिर डबल रोल की शूटिंग होती कैसे है? 'सर्कस' में एक ही समय में दो रणवीर एक-साथ बड़े पर्दे पर कैसे दिखाई देते हैं? आइए जानते हैं।
ऐसे होती है डबल रोल की शूटिंग
हमारे यहां फिल्मी सितारों को रोल मॉडल की तरह देखा जाता है। कोई उनका ड्रेसिंग सेंस कॉपी करता है तो कोई उनका हाव-भाव। कई बार तो फैंस सेलेब्स का पूरा-का-पूरा लुक कॉपी कर लेते हैं। ऐसे में कई बार डुप्लिकेट और सेलेब के बीच में अंतर समझना कठिन हो जाता है। जब डबल रोल की शूटिंग की जाती है तब सेलेब के ऐसे ही डुप्लीकेट को ढूंढा जाता है और उसकी मदद से शूट किया जाता है।
उदाहरण से समझिए कैसे होती है शूटिंग
आप सभी ने अमिताभ बच्चन की फिल्म 'सूर्यवंशी' देखी होगी। इस फिल्म में ऐसे कई सीन्स हैं जहां, अमिताभ पिता (ठाकुर भानुप्रताप) और बेटे (हीरा) के रूप में आमने-सामने होते हैं। ऐसे सीन्स को शूट करने के लिए ही डुप्लीकेट की मदद ली जाती है। शूटिंग के दौरान अमिताभ ने जब भानुप्रताप के गेटअप में पिता का सीन किया था, तब रेफ्रेंस के लिए अमिताभ के डुप्लीकेट ने हीरा का किरदार निभाया था।
एडिटिंग टेबल पर कट जाते हैं डुप्लीकेट के सीन्स
भानुप्रताप के सारे सीन्स शूट करने के बाद अमिताभ, हीरा के गेटअप और डुप्लीकेट, भानुप्रताप के किरदार में तैयार हो जाते थे। अमिताभ हीरा के सीन्स शूट करते थे और रेफ्रेंस के लिए डुप्लीकेट भानुप्रताप का किरदार निभाते थे। बाद में एडिटिंग के समय डुप्लीकेट के सारे सीन्स को काट दिया जाता था और अमिताभ के सीन्स काे एक साथ डाल दिया जाता था। इस दौरान कंटिन्यूटी न टूटे, इसलिए सेट पर मार्किंग भी की जाती थी।
ऐसे शूट होता है डबल रोल का फाइट सीन
आमतौर पर डबल रोल वाली फिल्मों में ऐसा कोई सीन नहीं रखा जाता है, जहां एक किरदार को दूसरे किरदार को फिजिकली टच करना हो। यदि ऐसा कोई सीन होता है तो डुप्लीकेट की मदद ली जाती है। उदाहरण के तौर पर भानुप्रताप और हीरा के बीच यदि कोई फाइट सीन शूट करना होता तो एक किरदार डुप्लीकेट द्वारा निभाया जाता है, जिसे बाद में VFX की मदद से असली एक्टर का सीन बनाया जाता है।
इस फिल्म से शुरू हुआ था डबल रोल का कॉन्सेप्ट
हिंदी सिनेमा में डबल रोल का कॉन्सेप्ट इंट्रोड्यूज करने का श्रेय दादा साहब फालके को जाता है। दादा साहब के निर्देशन में बनी मूक फिल्म 'लंका दहन' में अन्ना सालुंके ने सबसे पहले डबल रोल का किरदार निभाया था। 1917 में रिलीज हुई इस फिल्म में अन्ना ने भगवान राम और माता सीता, दोनों की भूमिका निभाई थी। दादा साहब ने ऋषि वाल्मीकि द्वारा लिखित हिंदू महाकाव्य रामायण के एक प्रकरण पर आधारित इस फिल्म का लेखन भी किया था।
अमिताभ बच्चन को मिला सबसे ज्यादा डबल रोल करने का खिताब
दिलीप कुमार, श्रीदेवी, हेमा मालिनी, शाहरुख खान, ऋतिक रोशन समेत तमाम कलाकारों ने अपने फिल्मी सफर के दौरान डबल रोल निभाकर, दर्शकों को एक टिकट पर डबल मजा दिया है। हालांकि, डबल रोल वाली सबसे ज्यादा फिल्में करने का खिताब, बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन के नाम है। उन्होंने 'आखिरी रास्ता', 'तूफान', 'सत्ते पे सत्ता', 'बेमिसाल', 'अदालत', 'सूर्यवंशम', 'बड़े मियां छोटे मियां', 'डॉन' समेत 12 फिल्मों में डबल रोल निभाया है।
आने वाली हैं डबल रोल वाली ये फिल्में
बता दें कि निर्देशक वर्धन केतकर जल्द ही तमिल की हिट फिल्म 'थाडम' का हिंदी रीमेक लेकर आने वाले हैं। इस फिल्म में अभिनेता आदित्य रॉय कपूर डबल रोल में नजर आएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है। फिल्म 'चालबाज' की रीमेक 'चालबाज इन लंदन' में श्रद्धा कपूर डबल रोल में अभिनय करेंगी। इस फिल्म के निर्देशक अहमद खान ने ईटाइम्स को इस बात की जानकारी दी थी कि अभी फिल्म स्क्रिप्टिंग स्टेज में है।