शाहरुख खान से आमिर खान तक, IVF तकनीक से हुआ इन सितारों के बच्चों का जन्म
मां-बाप बनना एक अलग ही अनुभव होता है। विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि आज के समय में बच्चे को जन्म देने के कई विकल्प सामने आ गए हैं। इन्हीं में से एक विकल्प IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) है, जो प्रजनन समस्याओं से जूझ रहे माता-पिता के लिए उम्मीद बनकर उभरी है। हर साल 25 जुलाई को वर्ल्ड IVF डे मनाया जाता है। आइए उन बॉलीवुड सितारों के बारे में जानें, जो IVF के जरिए माता-पिता बने।
शाहरुख खान-गौरी खान
जब भी बॉलीवुड की लोकप्रिय जोड़ियों की बात होती है तो शाहरुख खान और गौरी खान का जिक्र जरूर होता है। दोनों के 3 बच्चे हैं सुहाना खान, आर्यन खान और अबराम खान। 2013 में उनके तीसरे बच्चे अबराम का जन्म IVF के जरिए हुआ था। अबराम अक्सर चर्चा में रहते हैं। पिता शाहरुख के साथ उनकी तस्वीरें अक्सर वायरल होती हैं। अबराम का जब जन्म हुआ था तो वह काफी सुर्खियों में रहा था।
आमिर खान-किरण राव
आमिर खान और किरण राव शादी के 16 साल बाद एक-दूसरे से अलग हो गए। हालांकि, अलग होने के बाद भी दोनों एक-दूसरे का सम्मान करते हैं। उनके बीच दोस्ती का रिश्ता बरकरार है और वे साथ मिलकर अपने बेटे आजाद की परवरिश करते हैं। आजाद का जन्म दिसंबर, 2011 में IVF तकनीक के जरिए 'सरोगेट मदर' की कोख से हुआ था। किरण ने बताया था कि आजाद के जन्म से पहले उनका 5 बार गर्भपात हुआ था।
सोहेल खान-सीमा
सलमान खान के भाई सोहेल खान भी उन सितारें में से एक हैं जो IVF के जरिए पिता बने हैं। उन्होंने और उनकी पत्नी सीमा ने अपने पहले बच्चे निर्वान के जन्म के 10 साल बाद दूसरे बच्चे को जन्म देने की योजना बनाई थी। जब सामान्य तरीके से यह मुमिकन नहीं हुआ तो उन्होंने IVF का सहारा लिया। शादी के 13 साल बाद 2011 में इस जोड़ी ने अपने दूसरे बच्चे योहान का इस दुनिया में स्वागत किया।
फराह खान-शिरीष कुंदर
जानी-मानी कोरियोग्राफर, निर्देशक और अभिनेत्री फराह खान 2008 में 3 बच्चों की मां बनी थीं। IVF के जरिए ही उन्हें मां बनने का सुख मिला था। शादी के 2 साल तक फराह ने सामान्यतौर पर बच्चे के लिए कोशिश की, लेकिन नाकामी मिलने के बाद उन्होंने IVF का रास्ता चुना। फराह कई बार बता चुकी हैं कि प्रेग्नेंसी में आईं समस्याओं के चलते उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है।
भारत में बढ़ रही IVF सेंटरों की संख्या
भारत में बांझपन के बढ़ते मामलों के कारण IVF सेंटरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। IVF की प्रक्रिया के लिए पुरुष और महिला के पहले कई तरह के टेस्ट किए जाते हैं। इनकी रिपोर्ट आने के बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होती है।