जन्मदिन विशेष: जानिए अभिनेत्री हेमा मालिनी से जुड़ी अनसुनी बातें
डांस और अभिनय के मोर्चे पर दिग्गज अदाकारा हेमा मालिनी का कोई जवाब नहीं है। कई फिल्मों में उन्होंने अपनी मौजूदगी से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई है। उनका जन्म 16 अक्टूबर, 1948 को अम्मानकुडी में हुआ था। वह आज (16 अक्टूबर) 74 साल की हो गई हैं। उनकी शख्सियत से जुड़ी कई चीजें फैंस को पसंद आती हैं। आइए आपको उनसे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें बताते हैं।
हेमा ने बीच में छोड़ दी थी दसवीं की पढ़ाई
बहुत कम लोगों को पता होगा कि हेमा को बहुत अधिक पढ़ने-लिखने का मौका नहीं मिला। उन्होंने अपनी दसवीं की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। वह फिल्मों में आना चाहती थीं, इसलिए उन्होंने अपनी पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दिया। उन्हें काफी कम उम्र से एक्टिंग के ऑफर मिलने लगे थे। उन्हें 2012 में राजस्थान के उदयपुर में स्थित सिंघानिया विश्वविद्यालय से दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी गई है।
करियर के शुरुआत में हेमा को रिजेक्शन का करना पड़ा सामना
करियर के शुरुआत में हेमा को काफी रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। रिपोर्ट्स की मानें तो 1964 में उन्हें तमिल निर्देशक सीवी श्रीधर ने 'स्टार मटेरियल' नहीं होने के कारण रिजेक्ट कर दिया था। इसके बाद उस भूमकिा के लिए दिवंगत अभिनेत्री जयललिता को चुना गया था। हेमा को पहली फिल्म 1965 में मिली, जिसका शीर्षक 'पांडव वनवासम' था। इसमें वह एक छोटी भूमिका में नजर आई थीं।
'सपनों का सौदागर' से बॉलीवुड में हुई हेमा की एंट्री
1968 में हेमा ने राज कपूर की फिल्म 'सपनों का सौदागर' से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की थी। इस फिल्म में वह राज के अपोजिट भूमिका में नजर आई थीं। यह फिल्म भले सिनेमाघरों में नहीं चल पाई, लेकिन हेमा के काम की खूब सराहना हुई। इसके बाद वह देव आनंद की 'जॉनी मेरा नाम' और अपने पति धर्मेंद्र की 'तुम हसीन मैं जवान' में नजर आईं। ये दोनों फिल्में बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थीं।
कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं हेमा
हेमा ने अपने करियर में कई पुरस्कार जीते हैं। इस अदाकारा को 1972 में 'सीता और गीता' के लिए अपना पहला फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। इस फिल्म में वह डबल रोल में दिखी थीं। उन्हें 2000 में फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया है। इसके अलावा स्टेज परफॉर्मेंस के लिए भी उन्हें कई छोटे-मोटे पुरस्कार मिले।
राजनीति की पिच पर भी चला हेमा का जादू
राजनीति की पिच पर भी हेमा का जलवा देखने को मिला। 1999 के लोकसभा चुनावों में पंजाब के गुरुदासपुर में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार और दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना के लिए प्रचार किया था। 2003 में वह राज्यसभा सांसद के रूप में मनोनीत हुईं। वह 2004 में आधिकारिक रूप से भाजपा में शामिल हुईं। वह वर्तमान में मथुरा लोकसभा सीट से भाजपा की सांसद हैं। वह चुनावों के लिए स्टार प्रचारक के रूप में भी काम करती हैं।