जानें क्या है फॉरेस्ट्री और इस क्षेत्र में कैसे बनाएं करियर
वनों पर हमारी निर्भरता केवल ईंधन और पशु चारे तक ही सीमित नहीं है और फर्नीचर और कागज उद्योग के लिए भी वनों के दोहन की जरूरत पड़ती है। वन क्षेत्र लगातार सिमटते जा रहे हैं, ऐसे में पेड़ों के बचाव के लिए फॉरेस्ट्री का क्षेत्र बढ़ता जा रहा है और इसमें काम करने वाले लोगों की मांग भी बढ़ रही है। अगर आपको पर्यावरण से लगाव है तो आप इस क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।
फॉरेस्ट्री क्या है?
वन और उससे जुड़े संसाधनों की देखभाल के साथ-साथ उन्हें विकसित करने के विज्ञान को फॉरेस्ट्री कहते हैं। यह विषय वनों के प्रबंधन पर केंद्रित है। इसमें जंगलों की सुरक्षा और संरक्षण को सुनिश्चित करते हुए उनके संसाधनों (पौधरोपण करके) को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है। फॉरेस्ट्री का उद्देश्य उन विधियों और तकनीकों को विकसित करना है, जिनसे वन आधारित इंसानी जरूरतें भी पूरी होती रहें और पर्यावरण का संरक्षण भी होता रहे।
फॉरेस्ट्री की पढ़ाई के बाद किस तरह के काम करने पड़ेंगे?
फॉरेस्ट्री की पढ़ाई करने के बाद आप वनभूमि के पौधों की प्रजातियों के चयन, रोपण के तरीकों, बजट निर्धारण और इकोलॉजिकल सर्वे में सलाह देने का काम कर सकते हैं। इसके अलावा वनों का संरक्षण और तबाही के कगार पर पहुंच चुके वन क्षेत्रों को उनके मूल स्वरूप में लाने या फिर किसी बंजर भूमि के विकास में भी फॉरेस्ट्री का ज्ञान रखने वाला व्यक्ति मदद कर सकता है।
फॉरेस्ट्री के लिए योग्यता क्या होनी चाहिए?
फॉरेस्ट्री में करियर बनाने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषय के साथ कक्षा 12 पास करने के बाद फॉरेस्ट्री के बैचलर ऑफ साइंस (BSc) कोर्स में प्रवेश लिया जा सकता है। फॉरेस्ट्री में BSc डिग्री प्राप्त करने के बाद इसके मास्टर ऑफ साइंस (MSc) कोर्स में दाखिला लिया जा सकता है। इसके अलावा छात्र चाहें तो फॉरेस्ट मैनेजमेंट, कमर्शियल फॉरेस्ट्री, फॉरेस्ट इकोनॉमिक्स, वुड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, फॉरेस्ट इकोनॉमिक्स या फॉरेस्ट्री करियर में स्पेशलाइजेशन भी कर सकते हैं।
देश के इन संस्थानों से कर सकते हैं फॉरेस्ट्री की पढ़ाई
बता दें कि देश में कई संस्थानों में फॉरेस्ट्री से संबंधित कोर्स संचालित कराए जाते हैं। इस कोर्स में एडमिशन के लिए नीचे बताए गए संस्थानों की तरफ से प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया जा जाता है— फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी, देहरादून, उत्तराखंड इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट, भोपाल, मध्य प्रदेश ओडिसा यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, भुवनेश्वर वाइल्डलाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, देहरादून, उत्तराखंड बिरसा एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी, रांची, झारखंड कॉलेज ऑफ फॉरेस्ट्री, त्रिशूर, केरल
फॉरेस्ट्री की नौकरी आपके स्वास्थ्य के लिए होगी फायदेमंद
पेड़ों और हरियाली से घिरे वातावरण में रहना आपके लिए कई मायनों में लाभदायक हो सकता है क्योंकि यह एक तरह का स्वास्थ्य बीमा है जो आपको मुफ्त में मिलता है। आज के समय में बड़े शहरों में रहकर नौकरी करने वाले लोगों में प्रदूषण से होने वाली बीमारियां आम हो गईं हैं, लेकिन इस क्षेत्र में करियर चुनने का अर्थ है कि आपको पेड़ों के बीच रहना होगा जहां आप शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ्य रह सकेंगे।