UGC NET परीक्षा में कठिन विषय माना जाता है भारतीय ज्ञान प्रणाली, ऐसे करें तैयारी
भारतीय ज्ञान प्रणाली विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में उपलब्ध कराए गए विषयों में से एक है। ये विषय कई सारे विषयों का मिश्रण है, ऐसे में उम्मीदवार इस विषय में कठिनाई महसूस करते हैं। इस विषय का पाठ्यक्रम भी बड़ा है, जिसे कवर करने में अधिक समय लगता है। आइए जानते हैं UGC NET के लिए भारतीय ज्ञान प्रणाली का पाठ्यक्रम क्या है और परीक्षा पास करने के लिए कैसे तैयारी करनी चाहिए।
भारतीय ज्ञान प्रणाली का पाठ्यक्रम क्या है?
भारतीय ज्ञान प्रणाली के पाठ्यक्रम को अलग-अलग 10 खंड़ों में बांटा गया है। इसमें कई सारे विषय शामिल हैं। खंड 1- भारतीय दार्शनिक प्रणाली भाग अ खंड 2- भारतीय दार्शनिक प्रणाली भाग ब खंड 3- खगोल शास्त्र खंड 4- भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली खंड 5- स्थापत्य कला खंड 6- भारतीय गणित खंड 7- रसायन और धातु विज्ञान खंड 8- जीवन विज्ञान, कृषि और पारिस्थितिकी खंड 9- कला खंड 10- प्राचीन भारत और विश्व
किन टॉपिकों पर ध्यान दें?
पाठ्यक्रम में दिए गए टॉपिक जैसे भारत में शिक्षा की शाखाएं, वेद, उपवेद, पुराण, भारतीय अर्थशास्त्र, गुरुकुल प्रणाली, विश्वविद्यालय, तर्कशास्त्र, धर्म, समाज और नागरिक, भारतीय कैलेंडर प्रणाली, ग्रहों का विकास, आयुर्वेद का इतिहास, सिद्धांत, मूलभूत अवधारणाएं, चिकित्सा कला आदि विषयों की पढ़ाई करें। इसके अलावा सिंधू घाटी सभ्यता, प्राचीन मंदिर और इतिहास, वास्तुशास्त्र, गणित में दशमलव मान प्रणाली, आर्यभट्टीय अंकगणित आदि पढ़ें। कृषिशास्त्र, पाकशास्त्र, नाट्यशास्त्र, मंचकला, संगीत, भारतीय ज्ञान परंपरा और इतिहास से संबंधित अवधारणाओं का गहराई से अध्ययन करें।
कौनसी किताबें पढ़ें?
परीक्षा की तैयारी के लिए उम्मीदवार बी महादेवन, विनायक रजत भट की भारतीय ज्ञान प्रणाली के सिद्धांत और अनुप्रयोग, अमित झा की भारत में पारंपरिक ज्ञान प्रणाली, अश्विन फर्नांडीज की भारतीय ज्ञान महत्ता किताबों का इस्तेमाल कर सकते हैं। पाठ्यक्रम में भारतीय कला, अर्थशास्त्र से जुडे़े मुद्दे शामिल हैं। इनकी तैयारी के लिए विषयवस्तु पर आधारित पुस्तकों का इस्तेमाल करें, जैसे भारतीय कला के लिए आर गुप्ता, आयुर्वेद, गणित के इतिहास के लिए अरिहंत की किताबें खरीद सकते हैं।
ऐसे करें तैयारी
भारतीय ज्ञान प्रणाली से UGC NET की तैयारी शुरू करते समय सबसे पहले एक अच्छी अध्ययन योजना बनाएं। इस विषय का पाठ्यक्रम अलग-अलग विषयों को मिलाकर बनाया गया है। ऐसे में सभी विषयों का गहराई से अध्ययन अनिवार्य है। हर विषय के टॉपिकों को पढ़ने के लिए उचित समय आवंटित करें। प्रत्येक खंड के लिए संक्षिप्त नोट्स बना लें। परीक्षा में सफलता के लिए जानकारियों का रिवीजन जरूरी है। पिछले साल के प्रश्नपत्र और मॉक टेस्ट हल करें।