NEP: UGC ने स्नातक कोर्स के छात्रों के लिए तैयारी की नई रिसर्च इंटर्नशिप पॉलिसी
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने नई शिक्षा नीति (NEP) की तर्ज पर उच्च शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों के शिक्षकों और शोधकर्ताओं के साथ मिलकर नई 'रिसर्च इंटर्नशिप पॉलिसी' तैयार की है। अब रिसर्च इंटर्नशिप दो प्रकार की होगी, छात्र की व्यक्तिगत रोजगार क्षमता को बढ़ाने के लिए और छात्र की शोध उपयुक्तता को विकसित करने के लिए। यह सभी छात्रों के लिए अनिवार्य होगी, लेकिन इनकी समयसीमा उस कोर्स की अवधि पर निर्भर करती है जो छात्र पढ़ना चाहता है।
चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में 40 क्रेडिट होना अनिवार्य
UGC की तरफ से तैयार मसौदे में कहा गया है कि NEP 2020 के तहत शैक्षणिक सत्र 2022-23 से शुरू होने जा रहे चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में दूसरे से चौथे सेमेस्टर में छात्रों को अनिवार्य रिसर्च इंटर्नशिप करनी होगी। चार वर्षीय डिग्री का पहला वर्ष पूरा होने पर कम से कम 10 क्रेडिट होने जरूरी हैं। इस प्रकार चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में 40 क्रेडिट होने चाहिए, जबकि चौथे वर्ष में रिसर्च क्षेत्र में 10 क्रेडिट होने जरूरी होंगे।
सभी स्नातक छात्रों को अब करनी होगी 8-10 हफ्ते की इंटर्नशिप
ड्राफ्ट के अनुसार, "8-10 सप्ताह की 10 क्रेडिट वाली इंटर्नशिप उन छात्रों के लिए अनिवार्य होगी जो क्रमश: सर्टिफिकेट या डिप्लोमा के साथ कोर्स छोड़ना चाहते हैं। जो छात्र रिसर्च के साथ चार वर्ष का कोर्स करना चाहते हैं, उन्हें एक वर्ष के वास्तविक शोध कार्य के साथ 10 सप्ताह की इंटर्नशिप करनी होगी।" वहीं जो छात्र चार वर्ष का स्नातक कोर्स (शोध के बिना) करना चाहते हैं, उन्हें भी कम से कम 8-10 सप्ताह की इंटर्नशिप करनी होगी।
एक हफ्ते में कम से कम 45 घंटे की रिसर्च होगी जरूरी
अमर उजाला के अनुसार, UGC ने कहा है कि चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में रिसर्च एरिया के छात्र इंडस्ट्री के अलावा रिसर्च इंस्टीट्यूट, रिसर्च लैब, रिसर्च एंड डेवलेपमेंट इंस्टीट्यूट, किसी भी विश्वविद्यालय या कॉलेज के रिसर्च प्रोफेसर के अधीनस्थ अपनी इंटर्नशिप कर सकेंगे। ड्राफ्ट के मुताबिक, इसमें एक हफ्ते में कम से कम 45 घंटे की रिसर्च करनी होगी। इस प्रकार कुल 10 हफ्तों में 450 घंटे रिसर्च करनी होगी। इसी के आधार पर सर्टिफिकेट और डिप्लोमा भी मिलेगा।
रिसर्च से इनोवेशन और पेटेंट को मिलेगा बढ़ावा
UGC के अध्यक्ष प्रो.एम जगदीश कुमार ने कहा कि NEP के तहत चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में चौथे वर्ष रिसर्च पर भी काम होगा और इसी के तहत रिसर्च इंटर्नशिप पॉलिसी तैयार की गई है। उन्होंने कहा, "इसका मकसद रिसर्च से आम दिक्कतों का समाधान करके देश हित में काम करना है। रिसर्च के चलते इनोवेशन और पेटेंट को बढ़ावा मिलेगा।" बता दें कि UGC की उच्चस्तरीय रिसर्च विशेषज्ञ समिति ने इस रिसर्च इंटर्नशिप पॉलिसी को तैयार किया है।