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रैगिंग के खिलाफ UGC सख्त, शिक्षण संस्थानों को एडमिशन से पहले दिए ये निर्देश
सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालय एंटी-रैगिंग नियमों को कड़ा करें- UGC

रैगिंग के खिलाफ UGC सख्त, शिक्षण संस्थानों को एडमिशन से पहले दिए ये निर्देश

लेखन तौसीफ
Sep 20, 2022
01:17 pm

क्या है खबर?

कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET UG) के नतीजे जारी होने के बाद अब केंद्रीय विश्वविद्यालयों के साथ-साथ कई गैर-सरकारी विश्वविद्यालयों ने भी एडमिशन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बीच विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने रैगिंग को लेकर चेताया है और इसके लिए निर्देश भी जारी किए गए हैं। UGC ने सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को कहा है कि वे अपने-अपने संस्थानों में एंटी-रैगिंग नियमों को कड़ा करें।

UGC

रैगिंग रोकने के लिए बनाए गए नियम सभी संस्थानों के लिए अनिवार्य- UGC

बता दें कि UGC हर साल उच्च शिक्षण संस्थानों को एडमिशन के दौरान रैगिंग संबंधी दिशानिर्देश जारी करती है। UGC ने 16 सितंबर को एक नोटिस जारी कर दोहराया था कि रैगिंग एक अपराध है और रैगिंग के खतरे को रोकने के लिए नियम बनाए गए हैं। नोटिस में लिखा है, 'ये नियम अनिवार्य हैं और सभी संस्थानों को इनको लागू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की आवश्यकता है।'

जानकारी

रैगिंग रोकने में विफल संस्थानों के खिलाफ होगी कार्रवाई

UGC ने नोटिस में कहा है कि अगर कोई संस्थान आयोग के दिशानिर्देशों का पालन करने में विफल रहता है या रैगिंग को रोकने या अपराधियों को दंडित करने के लिए पर्याप्त कार्रवाई नहीं करता है, तो UGC संस्था के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करेगा।

दिशानिर्देश

UGC ने शिक्षण संस्थानों को दिशानिर्देश किए जारी

विभिन्न चैनलों के माध्यम से एंटी-रैगिंग सिस्टम को मजबूत करने के लिए UGC ने शिक्षण संस्थानों को दिशानिर्देश दिए हैं जो इस प्रकार हैं- एंटी-रैगिंग कमेटी और एंटी-रैगिंग स्क्वॉड बनाए जाएं। एंटी-रैगिंग सेल स्थापित की जाए। CCTV कैमरे लगाए जाएं। एंटी-रैगिंग वर्कशॉप और सेमिनार आयोजित की जाए। एंटी-रैगिंग के लिए तैयार की गई वेबसाइट पर अधिकारियों द्वारा वेबसाइट और कैंपस (पुस्तकालय, कैंटीन, छात्रावास आदि) में एंटी-रैगिंग समिति के नोडल अधिकारी का ईमेल पता और संपर्क विवरण प्रदर्शित करें।

संपर्क

रैगिंग की समस्या से परेशान छात्र यहां करें संपर्क

UGC के अनुसार, छात्रों और उनके अभिभावकों को www.antiragging.in पर एंटी-रैगिंग अंडरटेकिंग को पूरा करना होगा। रैगिंग से परेशान छात्र नेशनल एंटी-रैगिंग हेल्पलाइन नंबर 1800-180-5522 पर कॉल कर सकते हैं या हेल्पलाइन helplin@antiragqins.in पर मेल भी कर सकते हैं। इसके अलावा, स्टूडेंट्स सेंटर फॉर यूथ (C4Y) के मोबाइल नंबर 98180-44577 पर कॉल कर सकते हैं। देशभर में कई कॉलेज ऐसे होते हैं, जहां पर रैगिंग के मामले सामने आते हैं और इससे परेशान होकर कई छात्र आत्महत्या कर लेते हैं।

रैगिंग

ऑनलाइन एंटी-रैगिंग अंडरटेकिंग फॉर्म कैसे भरें?

ऑनलाइन एंटी-रैगिंग अंडरटेकिंग का फॉर्म भरने के लिए सबसे पहले वेबसाइट www.antiragging.in पर जाएं। इसके बाद होम पेज पर दिख रहे ऑनलाइन एंटी-रैगिंग अंडरटेकिंग फॉर्म के लिंक पर क्लिक करें और फिर 'नेक्सट' बटन पर क्लिक कर दें। अब आपके सामने नया विंडो खुलेगा जहां आपको व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी और फिर इसे सबमिट कर देना होगा। इसके बाद एक वेब लिंक और रजिस्ट्रेशन संख्या का ईमेल प्राप्त होगा जिसे आपको अपने संस्थान के नोडल अधिकारी को आगे भेजना होगा।