NCERT की नई किताबों में होंगे QR कोड, ऑनलाइन पढ़ने में होगी आसानी
क्या है खबर?
कोरोना वायरस संकट में छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करने के लिए प्रोत्साहित करने के साथ-साथ अब केंद्र सरकार NCERT किताबों को डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के लिए बनाने की भी तैयारी कर रही है।
बता दें कि अगले साल तक नई किताबों तैयार होने की उम्मीद है। इन नई किताबों में छात्रों को बदलाव देखने को मिलेगा।
इनमें क्विक रिस्पॉन्स (QR) कोड होंगे ताकि उनका उपयोग स्मार्ट बोर्ड, टेलीविजन और रेडियो के माध्यम से पढ़ाने के लिए किया जा सके।
उद्देश्य
मल्टी मॉडल के लिए तैयार होंगी नई किताबों
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (HRD) ने राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) को QR कोड वाली किताबों को तैयार करने के लिए कहा है।
द प्रिंट के अनुसार HRD मंत्रालय ने NCERT से कहा है कि प्रत्येक किताबों को ऐसे डिजाइन किया जाना चाहिए कि वे मल्टी मॉडल जैसे ऑनलाइन स्मार्ट बोर्ड, टेलीविजन और रेडियो आदि के लिए तैयार हों।
इससे ऑनलाइन माध्यम से छात्रों को पढ़ाने में काफी मदद मिलेगी।
बयान
यह खुद को तैयार करने के लिए अहम कदम- अधिकारी
मल्टी मॉडल किताबों के बारे में बात करते हुए मंत्रालय के अधिकारी ने द प्रिंट को बताया कि ऑनलाइन शिक्षा भारत में एक नई अवधारणा है और उसके लिए खुद को तैयार करने की जरूरत है, जिसके लिए किताबों को मल्टी मॉडल बनाना एक अहम कदम है।
वहीं मंत्रालय ने NCERT से सिलेबस को संशोधित करते समय केवल मुख्य कंटेंट ही किताबों में रखने और रचनात्मक सोच और जीवन कौशल को जोड़ने के लिए कहा है।
सिलेबस
NCF के तहत संशोधित होगा सिलेबस
मंत्रालय ने NCERT को विषय के विशेषज्ञों की एक समिति बनाने और दिसंबर, 2020 तक मंत्रालय को इस संबंध में अंतिम रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है।
NCERT किताबें को नए नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (NCF) के तहत भी संशोधित किया जाएगा, जो नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के जैसा होगा।
हालांकि, सरकार ने अभी तक NEP को अंतिम रूप नहीं दिया है, लेकिन उसने NCERT को संशोधित सिलेबस पर काम करने के लिए कहा है।
निर्देश
अक्टूबर तक सिलेबस तैयार करने का निर्देश किया जारी
HRD मंत्रालय ने अगले शैक्षणिक वर्ष 2020-21 के लिए NCERT को क्लास एक से 5वीं तक के लिए सिलेबस और स्टडी मैटेरियल को डिजाइन करने के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल के अनुसार आने वाले समय में शिक्षा के प्रारूप और प्रणाली को बदलना होगा ताकि देश के हर कोने तक शिक्षा को पहुंचाया जा सकें और छात्रों को पढ़ाई करने में मदद मिले।
जानकारी
CBSE ने भी NCERT को सिलेबस का विश्लेषण करने के लिए
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने भी NCERT से इस साल सिलेबस में बदलाव करने के लिए 10वीं और 12वीं के सिलेबस और किताबों का विश्लेषण करने के लिए कहा था। जिसके बाद परिषद ने विषयों की सूची बनाई है।