ओमिक्रॉन के खतरे के चलते महाराष्ट्र के कई जिलों में बंद रहेंगे स्कूल
विदेश में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र के कई जिले सतर्क हो गए हैं। बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने कहा कि मुंबई में कक्षा 1 से 7 तक के स्कूलों को अब 1 दिसंबर के बजाय 15 दिसंबर को खोलने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि मुंबई में कक्षा 8 से 12 के लिए स्कूल पहले 4 अक्टूबर को खोल दिये गए थे।
एहतियाती कदम उठाने के लिए हमें कुछ समय चाहिए- BMC
BMC के शिक्षा अधिकारी राजू तडवी ने कहा, "कोविड-19 के ओमीक्रॉन स्वरूप ने हमारे सामने एक नया खतरा खड़ा कर दिया है। सुरक्षा सुनिश्चित करने और एहतियाती कदम उठाने के लिए हमें कुछ समय चाहिए। इसलिए हमने 15 दिसंबर से स्कूलों को दोबारा खोलने का निर्णय लिया है।" उन्होंने कहा कि BMC के स्कूलों में कक्षा एक से सात तक के 2,20,000 छात्र पढ़ते हैं। मास्क की व्यवस्था करनी है और सभी स्कूलों को सैनिटाइज करना है।
पुणे में भी अभी नहीं खुलेंगे स्कूल
पुणे में भी कक्षा 1 से 7 तक के स्कूलों को दोबारा खोलने के फैसले को 15 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। निगम ने मंगलवार को एक आधिकारिक आदेश में बताया कि स्कूलों को फिर से खोलने पर आगे के फैसले 15 दिसंबर के बाद की स्थिति की समीक्षा के बाद लिए जाएंगे। वहीं, नासिक में भी स्कूलों को फिर से खोलने की योजना को 10 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दी गई है।
दक्षिण अफ्रीका से लगभग 100 लोग मुंबई और आसपास के शहरों में आए
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने सोमवार को बताया कि मुंबई में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का कोई मामला सामने नहीं आया है और महामारी को रोकने के लिए अधिकारियों को सतर्क किया है। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए, पेडनेकर ने कहा कि मुंबई में एक भी मरीज ऐसा नहीं है जो ओमिक्रोन वायरस से संक्रमित हो। हाल ही में दक्षिण अफ्रीका से लगभग 100 लोग मुंबई और आसपास के शहरों में आए हैं।
महाराष्ट्र की गाइडलाइन से खुश नहीं केंद्र, लिखा खत
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने महाराष्ट्र के अतिरिक्त मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी है। बताया गया कि चिट्ठी में महाराष्ट्र सरकार से सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के हिसाब से ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों को लागू करने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही मुंबई हवाई अड्डे पर अंतरराष्ट्रीय आगमन के लिए महाराष्ट्र द्वारा जारी किए गए आदेशों को सुचारू रूप से लागू करने के लिए लिखा गया है।