UPTET: 26 दिसंबर को दोबारा हो सकती है परीक्षा; पेपर लीक में सचिव संजय उपाध्याय गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2021 (UPTET) का पेपर रविवार को लीक हो गया था। इसके बाद यह परीक्षा रद्द कर दी गई गई थी। अब UPTET 2021 परीक्षा को 26 दिसंबर को दो पालियों में आयोजित किया जा सकता है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पुलिस मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी (ERA) संजय कुमार उपाध्याय को गिरफ्तार किया है।
राज्य सरकार ने पेपर लीक होने में सचिव की बड़ी चूक मानी
पेपर लीक होने के मामले में सस्पेंड किये जाने के बाद संजय उपाध्याय को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। उपाध्याय पर ही परीक्षा कराने की जिम्मेदारी थी। सरकार ने पेपर लीक होने में उनकी बड़ी चूक मानी है। निलंबन के दौरान उपाध्याय को लखनऊ में उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा निदेशक के कार्यालय से अटैच करने के निर्देश दिए थे।
एक महीने के अंदर ही होगा परीक्षा का आयोजन- मुख्यमंत्री
शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा कि 26 दिसंबर को TET परीक्षा कराने का प्रस्ताव मिला है। इस तिथि को कोई अन्य परीक्षा प्रस्तावित नहीं हैं, इसलिए अधिकारियों को इसकी समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा था कि हम परीक्षार्थियों के साथ न्याय करेंगे और एक महीने के अंदर ही परीक्षा का आयोजन कराया जाएगा। परीक्षा की नई तारीख जल्द बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट www.updeled.gov.in पर जारी कर दी जाएगी।
STF ने प्रिंटिंग प्रेस मालिक को दिल्ली से किया गिरफ्तार
STF की नोएडा इकाई ने दिल्ली स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस का मालिक गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक (SP) राजकुमार मिश्रा ने बताया कि राय अनूप प्रसाद की दिल्ली के ओखला में प्रिंटिंग प्रेस है। थाना सूरजपुर में STF ने पांच प्रिंटिंग प्रेस मालिकों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। जांच में पता चला है कि कोलकाता, नोएडा, दिल्ली में स्थित कई प्रिंटिंग प्रेस में TET की परीक्षा के प्रश्न पत्र छपवाए गए थे।
अब तक 30 गिरफ्तार
STF रविवार से अभी तक करीब 30 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। नोएडा इकाई के SP राजकुमार मिश्रा ने बताया कि 28 नवंबर को सोशल मीडिया पर TET के प्रश्नपत्र आ गए थे। इसके बाद सरकार ने परीक्षा रद्द कर दी थी।
21 लाख उम्मीदवारों को देनी थी UPTET परीक्षा
इस परीक्षा के लिए प्रदेश के 2,554 परीक्षा केंद्रों पर 21,65,181 परीक्षार्थी पंजीकृत थे। प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 2,554 केंद्रों पर 12,91628 को शामिल होना था। उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा में 1,747 केंद्रों पर 8,73,553 को शामिल होना था। UPTET एक राज्य स्तरीय परीक्षा है। राज्य सरकार के प्राथमिक (कक्षा 1-5) और उच्च प्राथमिक (कक्षा 6-8) स्कूलों में शिक्षक बनने के लिए ये परीक्षा पास करना जरूरी है। परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी ERA के पास है।
पेपर लीक होने के बाद विपक्ष हुआ हमलावर
पेपर लीक होने के बाद विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर निशाना साधा और ट्विटर पर कहा, 'UPTET 2021 की परीक्षा का पेपर लीक होने की वजह से रद्द होना बीसों लाख बेरोजगार अभ्यर्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। भाजपा सरकार में पेपर लीक होना, परीक्षा और परिणाम रद्द होना आम बात है। उत्तर प्रदेश में शैक्षिक भ्रष्टाचार चरम पर है। बेरोजगारों का इंकलाब होगा- 22 में बदलाव होगा!"