अगर पास करना चाहते हैं UPSC परीक्षा तो तैयारी में नहीं करें ये गलतियां

UPSC सिविल सेवा परीक्षा (CSE) देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से है और इसे पास करने के लिए सही तैयारी का होना जरुरी है। हर साल लाखों उम्मीदवार CSE में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ उम्मीदवार ही इस परीक्षा को पास कर पाते हैं। तैयारी में कुछ गलतियों के कारण उम्मीदवार इस परीक्षा को पास नहीं कर पाते हैं। आज के इस लेख में हम कुछ ऐसी गलतियां बताएंगे जो उम्मीदवारों को तैयारी करते समय नहीं करनी चाहिए।
उम्मीदवारों की सबसे बड़ी गलती पाठ्यक्रम को ना पढ़ना होती है। कई लोग सिलेबस देखे बिना ही अपनी तैयारी शुरू कर देते हैं। उन्हें ये गलती करने से बचना चाहिए। उनके पास तैयारी के लिए एक ठोस और अच्छी योजना होनी चाहिए और उन्हें उसके अनुसार ही पढ़ाई करनी चाहिए। इसके अलावा लगातार तैयारी, नियमित प्रैक्टिस और रिवीजन की कमी भी उनकी तैयारी को बेकार कर सकती है।
कई UPSC उम्मीदवार बेसिक बातों और NCERT पाठ्यपुस्तकों को अनदेखा करके भी एक बड़ी गलती हैं। बेसिक बातों और NCERT पाठ्यपुस्तकों से पढ़ना IAS की तैयारी के लिए महत्वपूर्ण है। परीक्षा में NCERT पाठ्यपुस्तकों और बेसिक बातों पर आधारित प्रश्न पूछे जा सकते हैं। कुछ उम्मीदवार केवल स्टडी मैटेरियल और रेफरेंस किताबों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इसके अलावा CSE की तैयारी के दौरान न्यूज पेपर और सामान्य पुस्तकों को भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।
केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करके विषयों को रिवीजन न करना भी एक गलती है। पूरे पाठ्यक्रम का अच्छी तरह से रिवीजन करना महत्वपूर्ण है। परीक्षा पास करने के लिए लिख-लिखकर प्रैक्टिस करनी चाहिए। उम्मीदवारों को परीक्षा पैटर्न के अनुसार प्रश्नों का अभ्यास करना चाहिए। साथ ही केवल वर्णनात्मक या केवल वस्तुनिष्ठ प्रश्नों का रिवीजन करना भी एक बहुत बड़ी गलती है। उम्मीदवारों को अपने समय का सही उपयोग करके अच्छी तरह से रिवीजन करना चाहिए।
कुछ उम्मीदवार पिछले साल के प्रश्न पत्रों या सैंपल पेपर्स को हल नहीं करते हैं, जिससे उनका प्रदर्शन परीक्षा में अच्छा नहीं होता है। परीक्षा पैटर्न, कठिनाई स्तर, प्रश्नों का प्रकार और महत्वपूर्ण विषयों आदि से परिचित होने और समय को अच्छे से मैनेज करने के लिए समय-समय पर पिछले साल के प्रश्न पत्र हल करने चाहिए। छात्रों को मॉक टेस्ट देने चाहिए और नियमित रूप से अपने प्रदर्शन का विश्लेषण करना चाहिए। कमजोरियों को पहचानकर, उन्हें बेहतर बनाना चाहिए।
उम्मीदवारों को समझना चाहिए कि मेन्स के लिए सही वैकल्पिक विषय चुनना महत्वपूर्ण है। सही विषय का चयन नहीं करना आपको महंगा पड़ सकता है। उम्मीदवारों को इससे बचना चाहिए और कई बातों पर विचार करने के बाद ही विषय का चुनाव करना चाहिए।