कस्तूरबा गांधी विद्यालय में मिलती है 12वीं तक निशुल्क शिक्षा, जानिए कैसे ले सकते हैं दाखिला
क्या है खबर?
भारत सरकार ने बालिकाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2006-2007 में कस्तूरबा गांधी विद्यालय आवासीय योजना की शुरुआत की गई थी।
इस योजना के तहत देशभर से पिछड़े क्षेत्रों में अनुसूचित जातियों, अन्य पिछड़े वर्गों, अल्पसंख्यक वर्गों, आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों और गरीब परिवारों की बालिकाओं को 12वीं तक शिक्षा प्रदान की जा रही है।
आइए जानते है कि इस योजना के तहत कैसे दाखिला ले सकते हैं।
छात्रा
किन छात्राओं को मिलता है लाभ?
इस योजना का लाभ उन बालिकाओं को मिलेगा जो वर्तमान में किसी सरकारी स्कूल में पढ़ाई कर रही हैं या 5वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली हैं।
वे बालिकाएं जो कभी स्कूल नहीं गई या नामांकन नहीं लिया हो, उन्हें भी लाभ मिलता है।
ड्रापआउट बालिकाएं जिन्होंने स्कूल में नामांकन लेने के बाद पढ़ाई पूरी करने से पहले ही पढ़ाई छोड़ दी है और उच्च प्राथमिक स्तर यानि 8वीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाली बालिकाएं भी प्रवेश की पात्र होती हैं।
12वीं
12वीं तक क्या सुविधाएं मिलती हैं?
कस्तूरबा गांधी विद्यालय आवासीय योजना के तहत ग्रामीण बालिकाओं को 12वीं कक्षा तक की शिक्षा प्रदान की जा रही है।
शिक्षा के साथ-साथ बालिकाओं को छात्रावास में निवास करने की भी सुविधा है।
इसके साथ ही 4 समय का भोजन, पहनने के लिए स्कूल यूनिफार्म, पाठ्यपुस्तक और कॉपी-किताबें भी दी जाती है।
दैनिक उपयोग की वस्तुएं (तेल, साबुन, शैम्पू, तौलिया, जूता-मोजा, स्वेटर) आदि दी जाती हैं। इसके साथ ही हर महीने बालिकाओं को स्कॉलरशिप भी प्रदान की जाती है।
विद्यालय
विद्यालय में कैसे दाखिला मिलता है?
दाखिले के लिए अपने क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में जाकर संपर्क करना होगा।
विद्यालय से नामांकन लेकर पूरी जानकारी भरकर विद्यालय में जमा करें या फिर अपने सम्बन्धित ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भी जमा कर सकते हैं।
इसके बाद सम्बन्धित विद्यालय द्वारा स्क्रूटिनी के आधार पर या प्रवेश परीक्षा के बाद छात्राओं का चयन किया जाता है।
विद्यालय द्वारा शॉर्टलिस्ट जारी की जाएगी, इसके बाद छात्राओं के लिए दाखिले की प्रक्रिया विद्यालय स्तर पर होती है।
भारत
भारत में कितने कस्तूरबा विद्यालय हैं?
देशभर के विभिन्न राज्यों की सहायता से संचालित की जा रही इस योजना के तहत देशभर में 2500 से अधिक कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
सबसे अधिक उत्तर प्रदेश में है, यहां 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय संचालित हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 19 जुलाई को 125 नये कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय का लोकार्पण किया था।
इसके बाद यह संख्या बढ़कर 871 हो गई है।
योजना
योजना का लक्ष्य क्या है?
सरकार ने उच्च प्राथमिक स्तर पर बालक और बालिकाओं के शैक्षणिक और सामाजिक श्रेणी के अंतर को खत्म करने के लिए योजना की शुरुआत की।
शिक्षा में बालिकाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए उच्च प्राथमिक स्तर पर मौजूद कस्तूरबा विद्यालय और माध्यमिक स्तर पर छात्रावासों को योजना के तहत 12वीं तक आवासीय और स्कूली शिक्षा सुविधाएं प्रदान करने के लिए एकीकृत किया गया।
सभी अपवंचित वर्ग की छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करना ही इसका मुख्य लक्ष्य है।