विदेश में पढ़ाई के लिए कैसे करें सही कॉलेज का चुनाव?
उच्च शिक्षा और अंतरराष्ट्रीय अवसरों को हासिल करने के लिए हर साल हजारों भारतीय छात्र विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं। विदेश में पढ़ाई करना एक बेहतरीन अनुभव होता है। छात्र शिक्षा हासिल करने के साथ अलग-अलग देशों की संस्कृतियों से भी परिचित होते हैं। कई छात्र अध्ययन के लिए सही कॉलेज का चुनाव करने में कठिनाई महसूस करते हैं। आइए जानते हैं कॉलेज चुनते समय किन पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है।
शैक्षणिक प्रतिष्ठा का आंकलन करें
सही कॉलेज का चुनाव करने के लिए संस्थान और कार्यक्रम की शैक्षणिक प्रतिष्ठा सबसे महत्वपूर्ण मानदंड है। उम्मीदवारों को उच्च वैश्विक रैंकिंग और मान्यता वाले विश्वविद्यालयों/कॉलेजों की तलाश करनी चाहिए। अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया में कई शीर्ष विश्वविद्यालय हैं, जिन्हें वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। छात्र पाठ्यक्रम की विस्तृत रूप से जांच करें और कॉलेज में अध्ययन संसाधन के बारे में जानकारी जुटाएं। इससे आप रिसर्च के बेहतरीन अवसर हासिल कर पाएंगे।
स्कॉलरशिप और वित्तीय सहायता विकल्पों का विश्लेषण करें
विदेश में अध्ययन करना भविष्य के लिए एक मूल्यवान निवेश है, इसमें बहुत ज्यादा लागत आती है। ऐसे में छात्रों को विदेशी शहरों में अध्ययन करने और रहने के कुल खर्च पर विचार करना चाहिए। इसमें ट्यूशन फीस, आवास, भोजन, परिवहन, स्वास्थ्य बीमा और अन्य खर्चे शामिल हैं। कई वैश्विक कॉलेज मेधावी छात्रों को बेहद कम खर्च में शिक्षा प्रदान करते हैं। ऐसे में उम्मीदवार अलग-अलग कॉलेजों के स्कॉलरशिप और अन्य वित्तीय सहायता विकल्पों का विश्लेषण करें।
नौकरी की संभावनाओं के बारे में जानकारी जुटाएं
अधिकांश उम्मीदवार नौकरी के बेहतर अवसर हासिल करने के लिए विदेश में पढ़ाई के लिए जाते हैं। ऐसे में कॉलेज का चुनाव करते समय वहां नौकरी की संभावनाओं के बारे में पता करें। जानकारी जुटाएं कि पूर्व छात्रों को कैसे पैकेज पर नौकरी मिली है। पिछले 10 सालों के उच्चतम और न्यूनतम पैकेज का विश्लेषण करें। कैंपस प्लेसमेंट में कौन-कौनसी कंपनियां आती हैं, इसके बारे में भी जानकारी हासिल करें। स्टूडेंट वीजा पर नौकरी के विकल्पों की तलाश करें।
विश्वविद्यालय कैंपस में जाएं
विदेश में सर्वश्रेष्ठ कॉलेज चुनने के लिए आपको बहुत अधिक शोध की आवश्यकता होगी। आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन तरीके से सही जानकारियां जुटानी होगी। अगर संभव है तो आप कॉलेज कैंपस में जाएं, वहां प्रतिनिधियों से व्यक्तिगत रूप से बात करें। इससे आप संस्थान के बारे में बेहतर अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए भौतिक रूप से कैंपस जाना संभव नहीं है। ऐसे में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से पूर्व छात्रों और कर्मचारियों से बात करें।
भाषा और पढ़ाई के तरीके पर दें ध्यान
भारत के अधिकांश छात्र कनाड़ा, अमेरिका, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों के कॉलेजों में प्रवेश लेते हैं। यहां के कॉलेजों में अंग्रेजी भाषा में व्यापक तौर पर पाठ्यक्रम उपलब्ध होते हैं। कई बार विदेशी भाषा में पढ़ाई करना मुश्किल होता है। ऐसे में विश्वविद्यालय का चुनाव करते समय भाषा और पढ़ाई के तरीके पर प्रमुखता से ध्यान दें। इसके साथ ही संस्थान की संस्कृति और वहां काम कर रहे शिक्षकों के बारे में भी जानकारी जुटाएं।