अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पढ़ रहे लाखों भारतीय, जानें यहां रहने से लेकर पढ़ाई का खर्च
भारत के कई युवा विदेश में पढ़ाई का सपना देखते हैं, लेकिन आर्थिक परेशानी के कारण वे अपने सपने को पूरा नहीं कर पाते। कई छात्र विदेश के संस्थानों में स्कॉलरशिप की तलाश करते हैं तो कई बजट अनुकूल अध्ययन स्थानों की तलाश करते हैं। भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, संयुक्त अरब अमीरात, यूनाइटेड किंगडम के स्थान अध्ययन के लिए सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। आइए इन देशों में रहने से लेकर पढ़ाई का खर्च जानते हैं।
अमेरिका
अमेरिका में करीब 4.65 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। यहां ट्यूशन फीस पर लगभग 26.60 लाख से 49.86 लाख रुपये प्रतिवर्ष और पाठ्यपुस्तक पर लगभग 1.3 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक खर्च हो सकता है। यहां रहने की लागत करीब 8.31 से 14.16 लाख रुपये प्रतिवर्ष हो सकती है। आवास में लगभग 1.24 से 2.57 लाख रुपये का खर्च आता है। एफ 1 वीजा के लिए लगभग 42,000 रुपये प्रति आवेदन का खर्च आता है।
यूनाइटेड किंगडम
यूनाइटेड किंगडम में करीब 55,000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं, यहां रहने का खर्च लगभग 13.77 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक होता है। पाठ्यक्रम की ट्यूशन फीस लगभग 12.08 लाख से 33.32 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है। कोर्स की अध्ययन सामग्री और अन्य आपूर्ति पर लगभग 12,000 से 25,000 रुपये का खर्च आता है। आवास का खर्च लगभग 95,000 से 1,20,000 रुपये प्रतिमाह तक हो सकता है। छात्र वीजा के लिए लगभग 38,000 रुपये का अतिरिक्त खर्च होता है।
ऑस्ट्रेलिया
ऑस्ट्रेलिया में लगभग 1,00,000 भारतीय छात्र पढ़ रहे हैं। यहां रहने की लागत लगभग 11.88 लाख से 16.03 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है। ट्यूशन फीस पर करीब 8.36 लाख से 29.70 लाख रुपये प्रतिवर्ष और पाठ्यपुस्तक पर लगभग 29,000 रुपये तक का खर्च आ सकता है। आवास पर लगभग 49,000 रुपये प्रतिमाह और परिवहन पर लगभग 12,000 प्रतिमाह तक खर्च आता है। छात्र वीजा पर लगभग 52,000 रुपये का अतिरिक्त खर्च आ सकता है।
संयुक्त अरब अमीरात
संयुक्त अरब अमीरात में करीब 1.64 लाख भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। यहां रहने की लागत लगभग 54,000 से 1,08,000 रुपये प्रतिमाह तक हो सकती है। अलग-अलग पाठ्यक्रमों के अनुसार ट्यूशन फीस पर प्रतिवर्ष लगभग 8.48 और 15.79 लाख रुपये का खर्च आता है। पाठ्यपुस्तक आपूर्ति का खर्च लगभग 24,000 रुपये और परिवहन का खर्च 4,000 से 5,000 रुपये प्रतिमाह होता है। छात्र वीजा बनवाने के लिए लगभग 67,000 रुपये का अतिरिक्त खर्च आता है।
यूरोप
यूरोप में रहने की लागत लगभग 7.48 लाख से 14.75 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक हो सकती है, यहां प्रतिमाह 63,000 से 1,08,000 रुपये तक का खर्च आता है। यहां पाठ्यक्रम की ट्यूशन फीस लगभग 4.52 लाख से 11.77 लाख रुपये तक हो सकती है। आवास पर लगभग 27,000 रुपये प्रतिमाह और परिवहन पर करीब 1,800 से 9,000 रुपये प्रतिमाह तक खर्च आता है। वीजा बनवाने के लिए 10,000 रुपये तक का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ सकता है।
कनाडा
कनाडा में रहने की औसत लागत प्रतिवर्ष लगभग 9.80 लाख से 13.08 लाख रुपये तक आ सकती है। ट्यूशन फीस पर लगभग 9.80 लाख से 14.80 लाख रुपये प्रतिवर्ष तक का खर्च आता है। पाठ्यपुस्तक और अन्य आपूर्ति पर करीब 1.24 लाख रुपये प्रतिवर्ष का खर्च आएगा। आवास पर 24,000 से 41,000 रुपये प्रतिमाह और परिवहन पर 2,400 से 6,600 प्रतिमाह का खर्च आ सकता है। अध्ययन परमिट के लिए छात्रों को 9,000 रुपये का खर्च उठाना पड़ सकता है।