विदेश में पढ़ाई करने का प्लान बनाने से पहले छात्र ऐसे करें सही देश का चुनाव
अगर आप उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके लिए सबसे पहले इस बात पर विचार करना जरूरी है कि आप किस देश में जाकर अपनी पढ़ाई करना चाहते हैं। विदेश जाकर पढ़ाई करने के लिए अच्छे विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के अलावा छात्र को अन्य कई अन्य बातों पर भी ध्यान देना चाहिए। चलिए आपको ऐसी ही कुछ बातें बताते हैं।
अंग्रेजी बोले जाने वाले देशों को दें तरजीह
अधिकांश भारतीय छात्र अन्य यूरोपीय देशों की तुलना में कनाडा, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, आयरलैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने के लिए अधिक आकर्षित होते हैं क्योंकि इन देशों में बोल-चाल की प्रमुख भाषा अंग्रेजी है। छात्रों को अन्य भाषाओं का उपयोग करने वाले देशों की तुलना में इन देशों में बिना किसी हिचकिचाहट के स्थानीय लोगों के साथ रहना आसान लगता है। इसलिए छात्र जब देश का चुनाव करें तो इस बात का प्रमुखता से ध्यान रखें।
जिस देश में पढ़ाई करनी हो, वहां के रहन-सहन की भी लें जानकारी
विदेश में पढ़ाई के लिए एडमिशन लेने से पहले छात्र इस बात का भी ध्यान रखें कि वहां रहने के क्या विकल्प हैं, स्वास्थ्य सेवाएं कैसी है और अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए स्कॉलरशिप के नियम क्या हैं। इन बातों के अलावा छात्र वहां पर खाने-पीने पर होने वाले खर्चे की भी जानकारी ले लें ताकि आपको यह जानकारी हो जाए कि वहां का खाना आपके बजट में है या नहीं।
वीजा नियमों की जानकारी है जरूरी
बहुत से छात्र विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के बाद यह सोचते हैं कि उन्हें उसी देश में नौकरी के साथ-साथ वहां की परमानेंट रेजिडेंटशिप मिल जाए। लेकिन सभी देशों के परमानेंट रेजिडेंटशिप वीजा देने के नियम अलग-अलग हैं। इसलिए यह बेहतर है कि अगर छात्र का विदेश में पढ़ाई के बाद वहीं रहने का भी प्लान है तो वह वीजा नियमों के बारे में अच्छे से सारी जानकारियां हासिल कर ले।
विश्वविद्यालयों की रैंकिंग के अलावा अन्य बातों पर भी ध्यान दें छात्र
यह जगजाहिर है कि टॉप विश्वविद्यालयों में एडमिशन के लिए आवेदकों की संख्या भी अधिक होती है, लेकिन अब छात्रों ने रैंकिंग के अलावा अन्य कई पैमानों पर भी विश्वविद्यालय का चयन करना शुरू किया है। छात्र विश्वविद्यालय चुनने के अलावा उस देश में मिलने वाले रोजगार के अवसर, भविष्य में उस क्षेत्र में काम करने की संभावनाएं, वहां पर मौजूद कंपनियां और ऐसी तमाम अन्य बातों पर भी ध्यान देते हैं।