
परीक्षा के तनाव से जूझ रहे हैं? जानिए इसके लक्षण और बचाव के उपाय
क्या है खबर?
परीक्षा के दौरान डर, तनाव और घबराहट होना आम बात है।
परीक्षा तनाव एक शारीरिक स्थिति है, जिसमें छात्र अत्यधिक तनाव, चिंता और असुविधा का अनुभव करते हैं।
इसकी वजह से साल भर परीक्षा की तैयारी करने के बावजूद भी कई छात्रों का प्रदर्शन बिगड़ जाता है।
परीक्षा के दौरान तनाव पर नियंत्रण करना जरूरी है ताकि आप अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे सके।
आइए परीक्षा तनाव के कारण, लक्षण और इससे बचाव के उपाय के बारे में जानते हैं।
कारण
परीक्षा तनाव के कारण क्या हैं?
परीक्षा तनाव का सबसे बड़ा कारण इन दिनों बढ़ती प्रतिस्पर्धा है।
छात्र हर हाल में अपने परिवार और दोस्तों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहते है। ऐसे में वे कई बार तनावग्रस्त हो जाते है।
इसके अलावा खराब प्रेरणा, आत्मविश्वास की कमी, चिंता, आलोचना, अपर्याप्त अध्ययन और अभ्यास, खराब पूर्व प्रदर्शन, परिवार और शिक्षकों के दबाव के चलते तनाव बढ़ता है।
कई बार अंसतुलित खान-पान, अपर्याप्त नींद और आलस तनाव का कारण बनते हैं।
लक्षण
परीक्षा तनाव के लक्षण क्या है?
परीक्षा के तनाव से छात्रों में शारीरिक से लेकर भावनात्मक परिवर्तन देखने को मिलता है।
समय पर नींद आने या सुबह उठने में दिक्कत होना, लगातार थकान और सिरदर्द, अपर्याप्त भूख, नकारात्मक सोच, उलझन होना, पढ़ाई में मन नहीं लगना जैसे लक्षण नजर आते हैं।
कई बार सवाल हल करने में मुश्किल, गुस्सा और निराशा की भावना, हृदय गति बढ़ना, धुंधली दृष्टि और चक्कर आना जैसे लक्षण भी दिखाई देते है।
तनाव
परीक्षा तनाव को ऐसे कम करें
परीक्षा तनाव दूर करने के लिए सबसे पहले कारणों और लक्षणों को पहचानें।
आपको किस कारण से तनाव हो रहा है, उसे दूर करने की कोशिश करें।
परीक्षा में सफलता पाने के लिए एक सही योजना बनाएं। समय सारिणी का पालन करें।
इससे तनाव कम होता है। परीक्षा से पहले सभी चीज़ों का रिवीजन पूरा करें।
अपना आत्मविश्वास बढ़ाएं। टेस्ट पेपर को हल करने का अभ्यास करें। ये परीक्षा के तनाव को दूर करेगा।
परीक्षा
ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें
तनाव से राहत पाने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें। ये आपको मिनटों में तनाव से मुक्ति दिलाएगी। ब्रीदिंग एक्सरसाइज में पूरा ध्यान सांसों पर केंद्रित किया जाता है।
अपनी आंखें बंद करके लगभग एक मिनट के लिए अपनी नाक के माध्यम से सांस लें और मुंह से छोड़ें।
गहरी सांस लें और अंदर जा रही हवा को शरीर में महसूस करें। प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट के लिए इसका अभ्यास करें।
जानकारी
शिक्षकों से मदद लें
परीक्षा के दौरान छात्र डर और निराशा महसूस करते हैं। ऐसे में अपने शिक्षकों से बात करें। शिक्षक आपको सही मार्गदर्शन देंगे। अगर आप पढ़ाई ठीक से नहीं कर पाए तो शिक्षकों से मदद मांगे। वे महत्वपूर्ण भागों को कवर करने में मदद करेंगे।