CBSE: कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं का रिजल्ट जारी, ऐसे देखें नतीजे
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे जारी कर दिए हैं। CBSE की कक्षा 12 की परीक्षाओं में इस बार लगभग 35 लाख छात्र शामिल हुए थे और इनका आयोजन 26 अप्रैल से लेकर 15 जून तक किया गया था। जो उम्मीदवार इन परीक्षाओं में शामिल हुए थे, वह अब CBSE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपने नतीजे डाउनलोड कर सकते हैं। आइए रिजल्ट देखने का तरीका जानते हैं।
ऐसे देखें कक्षा 12 के नतीजे
छात्र सबसे पहले बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbseresults.nic.in पर जाएं। अब होम पेज पर दिखाई दे रहे कक्षा 12 के रिजल्ट से जुड़े लिंक पर क्लिक करें। इसके बाद आप एक नए पेज पर आ जाएंगे। यहां मांगी जा रही जानकारी यानी अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर और एडमिट कार्ड आईडी दर्ज करें और फिर सबमिट कर दें। इसके बाद आपका परिणाम आपकी स्क्रीन पर प्रदर्शित हो जाएगा। आगे की जरूरत के लिए परिणाम को डाउनलोड करके प्रिंट निकलवा लें।
SMS से भी देख सकते हैं रिजल्ट
अगर ऑनलाइन रिजल्ट देखने में दिक्कत आ रही है तो छात्र SMS के माध्यम से भी रिजल्ट देख सकते हैं। कक्षा 12 के रिजल्ट देखने के लिए अपने मोबाइल के मैसेज बॉक्स में जाकर CBSE12 (स्पेस) रोल नंबर टाइप करें और 7738299899 पर SMS भेज दें। उदाहरण के तौर पर, अगर आपका रोल नंबर 1234567 है तो मैसेज बॉक्स में जाकर CBSE12 1234567 टाइप करें और 7738299899 पर SMS भेज दें।
KVs के मुकाबले JNV का बेहतर प्रदर्शन
इस बार जवाहर नवोदय विद्यालय (JNVs) सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्कूल के रूप में उभरे हैं। वह पिछले साल केंद्रीय विद्यालय (KVs) और केंद्रीय तिब्बती स्कूल प्रशासन (CTSAs) से पीछे था। इस वर्ष किसी भी स्कूल के नतीजे 100 प्रतिशत नहीं रहे। JNV के 98.93 प्रतिशत छात्र पास हुए, जबकि KV के 97.96 प्रतिशत और CTSA के 97.04 प्रतिशत छात्र पास हुए। सरकारी स्कूलों के 93.38 प्रतिशत बच्चे और निजी स्कूलों के 92.20 प्रतिशत बच्चे पास हुए।
त्रिवेंद्रम बना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाला जिला
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले टॉप 5 जिले त्रिवेंद्रम (98.83 प्रतिशत), बेंगलुरु (98.16 प्रतिशत), चेन्नई (97.79 प्रतिशत), पूर्वी दिल्ली पूर्व (96.29 प्रतिशत) और दिल्ली पश्चिम (96.29 प्रतिशत) हैं। इस बार लिंग-वार पास प्रतिशत भी जारी किया गया है। इसमें ट्रांसजेंडर छात्रों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और उनका उत्तीर्ण प्रतिशत 100 रहा। वहीं 12वीं की परीक्षा देने वाली 94.54 प्रतिशत लड़कियां पास हुईं, जबकि लड़कों का उत्तीर्ण प्रतिशत 91.25 रहा। लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से 3.29 प्रतिशत बेहतर है।
पहली बार 90 प्रतिशत से अधिक अंक वाले छात्रों में गिरावट
इस बार 12वीं के 1,34,797 छात्रों को 90 प्रतिशत से अधिक अंक मिले हैं। यह पिछले तीन वर्षों में सबसे कम हैं। 2020 में 1.57 लाख और 2021 में 1.50 लाख छात्रों को 90 प्रतिशत से अधिक अंक मिले थे। पहली बार CBSE के रिजल्ट में इस तरह की गिरावट आई है। 95 प्रतिशत अंकों के मामले में भी यह संख्या सिर्फ 33,432 छात्रों तक ही रह गई है, जबकि 2021 में यह संख्या 70,004 थी।
इस साल कुल 92.71 प्रतिशत छात्र-छात्राएं हुए उत्तीर्ण
पिछले साल की तुलना में पास प्रतिशत में भी मामूली गिरावट देखी गई है। इस साल 12वीं की परीक्षा देने वाले 92.71 प्रतिशत छात्र इसे पास करने में सफल रहे हैं। पिछले साल यह संख्या 99.37 प्रतिशत था। इससे पहले 2020 में 88.78 प्रतिशत और 2019 में 83.40 प्रतिशत छात्रों ने यह परीक्षा पास की थी। 2021 में अधिक अच्छे परिणाम को कोरोना वायरस महामारी के कारण परीक्षा न होने का नतीजा माना जा रहा है।