इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में AI और मशीन लर्निंग को किया जा रहा शामिल, जानें क्यों बढ़ी मांग
सूचना और प्रौद्योगिकी (IT) एक उभरता हुआ क्षेत्र है। बदलते दौर के साथ इस क्षेत्र में कई परिवर्तन हुए हैं। विशेषकर नई-नई तकनीकों का उपयोग बढ़ा है। यही वजह है कि इंजीनियरिंग कॉलेज अब सेमीकंडक्टर डिजाइनिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), क्लाउड टेक्नोलॉजी और अन्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए अपने पाठ्यक्रम को अपग्रेड कर रहे हैं। छात्रों के लिए ऐसे पाठ्यक्रमों की पेशकश की जा रही है, जिनकी मांग बाजार में बढ़ रही है।
पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने किया है समझौता
हाल ही में पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज और कैडेंस डिजाइन सिस्टम ने एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में शुरू किए गए BTech कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को कैडेंस की अत्याधुनिक कम्प्यूटेशनल सॉफ्टवेयर तकनीक में व्यावहारिक अनुभव प्रदान किया जाएगा। इसको लेकर कॉलेज के निदेशक बलदेव सेतिया का कहना है कि ये सहयोग शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाट देगा। ये छात्रों को चुनौतियों के लिए तैयार करेगा।
इन कॉलेजों ने शुरू किए नए पाठ्यक्रम
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैसूर ने भी अपने कौशल वृद्धि कार्यक्रम को मजबूत किया है। संस्थान ने कौरसेरा के साथ अनुबंध किया है। इसी तरह बेंग्लुरु स्थित PES विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग ने जेनरेटिव AI पर आधारित पाठ्यक्रम शुरू किया है। इसके अलावा IIT मद्रास, दिल्ली विश्वविद्यालय, IIT खड़गपुर, IIT कानपुर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) समेत शीर्ष संस्थानों में भी AI और मशीन लर्निंग पाठ्यक्रम को संचालित किया जा रहा है।
क्यों बढ़ी इन पाठ्यक्रमों की मांग?
वर्तमान समय में कंपनियां प्रशिक्षण पर समय और संसाधन खर्च नहीं करना चाहती। वे ऐसे युवाओं को नियुक्त करती हैं जिनके पास पहले से ही उत्तम टेक्नोलॉजी कौशल हो। ऐसे में अब विभिन्न कॉलेजों ने अपने पाठ्यक्रमों को अपग्रेड किया है। कॉलेजों की कोशिश है कि छात्रों को अधिक से अधिक कौशल प्रदान किया जाए ताकि वे शीर्ष कंपनियों में नौकरी पा सकें। कौशल प्राप्त करने के बाद आंत्रप्रेन्योरशिप के क्षेत्र में भी छात्रों का रूझान बढ़ेगा।
AI और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में करियर
AI और मशीन लर्निंग का क्षेत्र रोजगार के अवसरों से भरा पड़ा है। इस क्षेत्र में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स करके युवा आसानी से नौकरी पा सकते हैं। शीर्ष IT कंपनियां डेटा साइंटिस्ट, मशीन लर्निंग इंजीनियर, ऐप डेवलपर, प्रोडक्ट मैनेजर समेत कई पदों पर भर्ती करती हैं। इन पदों पर शुरुआती वेतन काफी अच्छा होती है। यही वजह है कि अब भारतीय छात्र पारंपरिक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम के बजाय AI और मशीन लर्निंग पाठ्यक्रमों में दाखिला ले रहे हैं।