गूगल और माइक्रोसॉफ्ट AI उत्पाद को बेहतर बनाने के लिए भारतीय स्टार्टअप से ले रहीं मदद
टेक दिग्गज कंपनी गूगल और माइक्रोसॉफ्ट अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए भारत में एक स्टार्टअप कंपनी कार्या से मदद ले रही हैं। कार्या की स्थापना साल 2021 में OpenAI के ChatGPT के आने से भी पहले हुई थी। यह स्टार्टअप भारत की स्थानीय भाषाओं, बोलियों, आवाजों समेत कई अन्य डाटा को इकट्ठा करती है। इसका उपयोग बड़ी संख्या में श्रमिक वर्ग के लोग करते हैं।
माइक्रोसॉफ्ट अपने AI उत्पादों के लिए कार्या का कर रही उपयोग
इस स्टार्टअप का मुख्यालय बेंगलुरु में है और इसे 27 वर्षीय कंप्यूटर इंजीनियर मनु चोपड़ा ने शुरू किया था। कार्या के संस्थापक पश्चिमी दिल्ली के शकूर बस्ती नामक एक गरीब इलाके में पले-बढ़े। उन्होंने स्कूल में पढ़ने के लिए छात्रवृत्ति प्राप्त की और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस का अध्ययन किया। माइक्रोसॉफ्ट ने अपने AI उत्पादों में बोलचाल की भाषा के डाटा सोर्स के लिए कार्या का उपयोग किया है।
गूगल भी स्थानीय डाटा के लिए कार्या पर है निर्भर
गूगल भी स्थानीय बोलचाल की भाषा का डाटा इकट्ठा करने के लिए कार्या और अन्य भागीदारों पर निर्भर। कंपनी देश के लगभग 85 जिलों में कार्या और अन्य सहयोगियों की मदद से ही बोलचाल की भाषा का डाटा इकट्ठा कर रही है। कार्या की ऐप इंटरनेट एक्सेस के बिना काम कर सकती है और यह कम पढ़े लिखे लोगों के लिए भी उपयोग में आसान है। भारत में 32,000 से अधिक श्रमिकों ने ऐप में लॉगिन किया है।