ब्रिटेन ने AI को लेकर बुलाई बड़ी बैठक, ये देश और हस्तियां होंगी शामिल
क्या है खबर?
ब्रिटेन ने 1 और 2 नवंबर को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में काम करने वाली सरकारों, शिक्षाविदों और कंपनियों को AI सेफ्टी समिट में बुलाया है।
इसका उद्देश्य इस मुद्दे पर बात करना है कि टेक्नोलॉजी के जोखिमों को कैसे नियंत्रित किया जा सकता है।
कई सप्ताहों की अटकलों और आलोचनाओं के बाद समिट से पहले आज ब्रिटेन सरकार ने जानकारी दी है कि इसमें कौन-कौन शामिल होने जा रहा है।
समिट
शामिल होंगी ये हस्तियां
एक रिपोर्ट के मुताबिक, AI सेफ्टी समिट के 100 बड़े मेहमानों की लिस्ट आई है।
लिस्ट में टेस्ला, एक्स (पूर्व में ट्विटर), स्पेस-X सहित स्टारलिंक और न्यूरालिंक जैसी कंपनियों के मालिक एलन मस्क और ChatGPT को बनाने वाली कंपनी OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन जैसे दिग्गजों के नाम हैं।
इसके अलावा समिट में टेक्नोलॉजी क्षेत्र की कई कंपनियां, संस्थान और शिक्षाविद शामिल होंगे। ये सभी लोग बुधवार और गुरुवार को ब्रिटेन में बैलेचले पार्क में आयोजित समिट में उपस्थित होंगे।
आयोजक
इन विषयों पर होगी बात
समिट के आयोजकों ने कहा कि जिन मुद्दों पर बात होगी, उनमें AI में विनाशकारी जोखिम का विचार; इसे कैसे पहचानें और इस पर प्रतिक्रिया कैसे दें और फ्रंटियर AI की एक सहमत अवधारणा स्थापित करने जैसे विषय शामिल हैं।
AI सेफ्टी समिट में 46 शैक्षणिक संस्थान और सिविल सोसाइटी इंस्टीट्यूशन शामिल हैं।
इसमें ऑक्सफोर्ड, बर्मिंघम, स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी जैसे अंतरराष्ट्रीय संस्थान और चीन की विज्ञान अकादमी शामिल होंगे। हालांकि, कैंब्रिज और MIT जैसे संस्थान शामिल नहीं होंगे।
ब्रिटेन
ये कंपनियां भी होंगी शामिल
ब्रिटेन की तरफ से आयोजित किए जा रहे इस समिट में भाग लेने वाले देशों में अमेरिका (उपराष्ट्रपति कमला हैरिस), यूक्रेन, ब्राजील और कई यूरोपीय देश शामिल हैं।
कंपनियों की बात करें तो इसमें गूगल, मेटा, माइक्रोसॉफ्ट और सेल्सफोर्स जैसी कई कंपनियां शामिल हो रही है।
समिट में ARM, एनवीडिया और ग्राफकोर जैसे प्रोसेसर निर्माता भी शामिल होंगे। हालांकि, इसमें ऐपल हिस्सा नहीं ले रही है।
इसमें संयुक्त राष्ट्र और उसकी कुछ एजेंसियां भी शामिल होंगी।
देश
ब्रिटेन की पहल पर उठे सवाल
इस समिट का आयोजन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की योजना है।
सुनक अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ के आर्थिक गुटों के बीच मध्यस्थ के रूप में ब्रिटेन की भूमिका बनाना चाहते हैं।
हालांकि, ब्रिटेन के इस पहल पर सवाल भी उठाया गया है। कहा गया कि जब 7 औद्योगिक देशों के समूह वाला अमेरिका और यूरोपीय संघ इस तरह की अन्य पहलों पर काम कर रहे हैं तो ब्रिटेन कितना प्रभाव डाल सकता है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
AI चैटबॉट बहुत कम समय में बड़ी मात्रा में टेक्स्ट और तस्वीरों को प्रोसेस करने में सक्षम हैं।
इससे गलत उद्देश्य और संदर्भ के साथ लोगों को भ्रमित करने वाले कंटेंट और तस्वीरें इंटरनेट पर उपलब्ध कराने से सही जानकारी के दबने का खतरा है।
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