लॉकडाउन: इस बार शैक्षणिक सत्र होगा छोटा, पाठ्यक्रम कम करने की भी हो रही तैयारी
कोरोना वायरस के कारण मध्य मार्च से सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं। यहां तक कि बोर्ड परीक्षाओं को भी स्थगित कर दिया गया था। संक्रमण के कारण बिगड़े हालातों के सुधरने तक स्कूलों का खुलना मुश्किल है। ऐसे में नया शैक्षिक सत्र 2020-21 कैसे और कब तक शुरू होगा, इसकी तैयारियों और संभावनाओं के लिए विशेषज्ञों की कमेटी एक रिपोर्ट बना रही है, जिसके अनुसार पाठ्यक्रम कम किया जाएगा। आइए जानें पूरी खबर।
इस कारण कम किया जाएगा पाठ्यक्रम
इस बार कोरोना वायरस के कारण शैक्षणिक सत्र देर से शुरू होगा। यही कारण है कि पाठ्यक्रम को कम करने की तैयारी की जा रही है। केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्कूल और उच्च शिक्षण संस्थानों के लिए विशेषज्ञों की कमेटी का गठन किया है। स्कूल स्तर को तीन भाग में नर्सरी से 5वीं, 6ठी से 8वीं और 9वीं से 12वीं तक बांटा गया है।
9वीं से 12वीं के पाठ्यक्रम में नहीं होगा ज्यादा बदलाव
रिपोर्ट के अनुसार 9वीं से 12वीं तक के पाठ्यक्रम में अधिक बदलाव नहीं किया जाएगा क्योंकि इनके रिजल्ट के आधार पर ही आगे छात्रों को उच्च संस्थानों में प्रवेश दिया जाता है। अप्रैल के अंत तक सभी कमेटियां राज्य सरकारों के शिक्षा विभाग और विशेषज्ञों से सुझाव लेकर अधिकारियों को अपनी रिपोर्ट दे सकती हैं। अगस्त या सितंबर में उच्च शिक्षण संस्थानों में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने की उम्मीद है।
ऑनलाइन भी होगी क्लास
पाठ्यक्रम कम करने के साथ-साथ ही पाठ्यक्रम को जल्द पूरा करने के लिए शनिवार और रविवार को छात्रों को उनके घर पर ही ऑनलाइन क्लासेस भी दी जाएंगी। इसके साथ-साथ ही छात्रों की एक्सट्रा क्लास भी लगाई जा सकती हैं। इतना ही नहीं त्योहारों के साथ-साथ बाकी की छुट्टियों को खत्म करने का फैसला भी किया जा सकता है। छात्रों को नए शैक्षणिक सत्र में कम से कम छुट्टियां मिलेंगी।
स्थगित हुई प्रवेश परीक्षाएं जून में होंगी
इंजीनियरिंग, मेडिकल और आर्किटेक्चर आदि कॉलेज में बिना JEE, NEET आदि प्रवेश परीक्षाओं के बिना दाखिला नहीं हो सकता है। मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल के अनुसार इन प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन जून, 2020 में किया जाएगा। परीक्षा की तिथि अभी तय नहीं है।