दिसंबर में बढकर 2.37 प्रतिशत हुई थोक महंगाई दर, खाने-पीने का सामान हुआ महंगा
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने आज (14 जनवरी) दिसंबर, 2024 माह के थोक मूल्य सूचकांक (WPI) के आंकड़े जारी किए।
आंकड़ों के अनुसार, देश की थोक महंगाई दर दिसंबर में 2.37 प्रतिशत रही, जो नवंबर के 1.89 प्रतिशत के मुकाबले अधिक है।
हालांकि, दिसंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 5.22 प्रतिशत हो गई, जो नवंबर में 5.48 प्रतिशत थी। सरकार ने खाद्य वस्तुओं और अन्य उत्पादों की कीमतों में वृद्धि को थोक महंगाई दर में वृद्धि का कारण बताया है।
बदलाव
खाद्य पदार्थों की कीमतों में बदलाव
खाने-पीने के सामान की कीमतें दिसंबर में थोड़ी बढ़ी हैं। खाद्य मुद्रास्फीति दिसंबर में 8.89 प्रतिशत हो गई, जो नवंबर में 8.29 प्रतिशत थी।
सब्जियों की कीमतें भी साल दर साल बढ़ी हैं, जिनमें प्याज और आलू की कीमतों में ज्यादा वृद्धि हुई। प्याज की महंगाई 16.81 प्रतिशत और आलू की कीमतें 93.20 प्रतिशत बढ़ गईं।
ये बढ़ी हुई कीमतें उपभोक्ताओं पर सीधा असर डालती हैं और उनका बजट प्रभावित करती हैं।
कीमत
ईंधन और बिजली की कीमतों में गिरावट
खाने-पीने के सामान के मुकाबले, ईंधन और बिजली की कीमतों में दिसंबर में गिरावट आई। नवंबर में 5.83 प्रतिशत के मुकाबले दिसंबर में यह घटकर 3.79 प्रतिशत हो गई।
फैक्ट्रियों में बने सामान की कीमतों में दिसंबर में मामूली वृद्धि देखी गई। इसका मतलब यह है कि निर्माण क्षेत्र में भी कुछ बदलाव हुए हैं, जिससे उत्पादकों की लागत पर असर पड़ा है।
इन बदलावों का प्रभाव भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न हिस्सों पर पड़ा है।