पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं 139 गुजराती मछुआरे, सरकार ने संसद में बताया
केंद्र सरकार ने राज्यसभा में बताया कि 1 जुलाई, 2024 तक की जानकारी के अनुसार पाकिस्तान के जेलों में 211 भारतीय मछुआरे बंद हैं, जिनमें गुजराती मछुआरों की संख्या 139 है। यह प्रश्न कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने उठाया था, जिसका जवाब विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने दिया है। जवाब में बताया गया कि भारत और पाकिस्तान हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को एक-दूसरे की जेलों में बंद नागरिकों और मछुआरों की सूची देते हैं।
पाकिस्तान सरकार ने कई सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया
मंत्रालय ने बताया कि पाकिस्तान सरकार ने भारत से आने-जाने वाली कई सेवाओं पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें डाक सेवाएं भी शामिल हैं। हालांकि, भारतीय डाक ने पाकिस्तान पोस्ट से दोनों देशों के बीच डाक के आदान-प्रदान को सामान्य तौर पर बनाए रखने के लिए कहा है। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय तट रक्षक के जहाज और विमान अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पर निगरानी रखते हैं और भारतीय मछली पकड़ने वाली नौकाओं का मार्गदर्शन करते हैं।
कांग्रेस ने उठाया सवाल
कांग्रेस सांसद गोहिल ने कहा कि 2014 से पहले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) सरकार के समय डाक के माध्यम से मछुआरों की स्थिति की जानकारी परिवारों को मिलती थी, लेकिन अब वह बंद हो गई है। गोहिल ने इसे मानवाधिकार का उल्लंघन बताते हुए कहा कि इस तरह डाक सेवा बंद होने से कोई मछुआरा अपने परिवार की स्थिति नहीं जान सकता। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने का आग्रह किया है।