एक समय दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक रहे अनिल अंबानी नहीं रहे अरबपति
कहते हैं कि वक्त हमेशा एक जैसा नहीं रहता। एक समय दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल रहे अनिल अंबानी इन दिनों कर्ज तले दबे हुए है। अलग-अलग कंपनियों के कर्ज चुका रहे रिलायंस कम्यूनिकेशन के मालिक अनिल अंबानी अरबपतियों की सूची से बाहर हो चुके हैं। माना जा रहा है कि भारत के सबसे अमीर शख्स मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल की संपत्ति बिलियन-डॉलर के निशान से कम हो चुकी है। आइये, इस बारे में जानते हैं।
मंगलवार को घटा समूह की कंपनियों का पूंजीकरण
मंगलवार को बाजार बंद होने के बाद रिलायंस समूह की कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण लगभग 773 मिलियन डॉलर (लगभग 5,400) रह गया। अनिल अंबानी का समूह की छह कंपनियों में 75 फीसदी से कम शेयर है। ऐसे में कंपनियों के बाजार पूंजीकरण के हिसाब से उनकी कुल संपत्ति एक बिलियन डॉलर से कम हो गई। 11 साल पहले 2008 में उनकी कुल संपत्ति 42 बिलियन डॉलर थी। यानी उनकी संपत्ति में 42 बिलियन डॉलर की कमी आई है।
अनिल अंबानी के पास हैं ये कंपनियां
अनिल अंबानी के पास रिलायंस समूह की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, रिलायस नवल एंड इंजीनियरिंग, रिलायंस पावर, रिलायंस कैपिटल, रिलायंस होम फाइनेंस और रिलायंस कम्यूनिकेशन का मालिकाना हक है।
वैश्विक मंदी से मुश्किलों में घिरे अनिल अंबानी
साल 2005 में अंबानी परिवार में बिजनेस का बंटवारा हुआ था और दोनों भाइयों ने अपना अलग-अलग कारोबार करना शुरू किया था। उस वक्त मुकेश अंबानी के पास गैस और तेल का कारोबार था और अनिल ने रिलायंस कम्यूनिकेशन और कैपिटल का कारोबार संभाला। लगभग तीन साल तक एक-दूसरे को टक्कर देने के बाद दोनों की कुल संपत्ति में अंतर आना शुरू हुआ जो समय के साथ बढ़ता गया। पिछले कुछ सालों से अनिल लगातार मुश्किलों में घिरे हैं।
2008 से शुरु हुई संपत्ति में गिरावट
अनिल की संपत्ति में गिरावट आना 2008-09 में शुरु हुआ, जब अंबानी की 42 बिलियन डॉलर की संपत्ति लगभग 75 फीसदी की गिरावट आकर 10 बिलियन डॉलर रह गई। साल 2008 में आई वैश्विक मंदी की वजह से समूह की कंपनियों आर्थिक परेशानियों में घिर गई। जानी-मानी पत्रिका फोर्ब्स के मुताबिक, 2019 में उनकी कुल संपति (लिस्टेड, अनलिस्टेड कंपनी और दूसरी संपत्ति) घटकर 1.5 बिलियन डॉलर रह गई।