वोडाफोन-आईडिया को पछाड़ नंबर वन टेलीकॉम कंपनी बनी रिलायंस जियो
रिलायंस जियो यूजर्स के मामले में भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन गई है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के मुताबिक, नवंबर, 2019 में जियो के साथ 5.6 मिलियन नए यूजर्स जुड़े। इसके अलावा कंपनी ने नवंबर, 2019 तक मोबाइल यूजर्स सेगमेंट के 32.04 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा जमा लिया था। इस मामले में वोडाफोन-आईडिया (29.12 प्रतिशत) दूसरे और एयरटेल (28.35 प्रतिशत) तीसरे नंबर पर मौजूद है। आइये, इस मामले में विस्तार से जानते हैं।
वोडाफोन-आईडिया को पछाड़कर नंबर वन बनी जियो
पिछले साल नवंबर में जियो के ग्राहकों की संख्या 369.93 मिलियन हो गई थी। इससे पहले महीने में यह 364.32 मिलियन थी। कंपनी ने वोडाफोन-आईडिया को पछाड़कर पहला पायदान हासिल किया है। इन दोनों कंपनियों ने सितंबर, 2018 में हाथ मिलाया था। जिस महीने जियो के साथ 5.6 मिलियन नए यूजर्स जुड़े, उसी महीने वोडाफोन-आईडिया को 36.41 मिलियन यूजर्स का नुकसान हुआ। रिलायंस जियो के यूजर्स की संख्या 1.56 बढ़ी, वहीं वोडाफोन-आईडिया के 9.77 प्रतिशत यूजर्स कम हुए।
किसके कितने यूजर्स घटे, कितने बढ़े?
नवंबर, 2019 में जियो के साथ-साथ एयरटेल और सरकारी टेलीकॉम कंपनी BSNL के यूजर्स भी बढ़े। एयरटेल ने इस महीने 1.6 मिलियन और BSNL ने 3.4 लाख यूजर्स नए यूजर्स अपने नेटवर्क में जोड़े। एयरटेल के पास अब कुल 327.3 मिलियन यूजर्स हैं। इनके उलट वोडाफोन-आईडिया के साथ-साथ MTNL और दिवालिया हो चुकी कंपनी RCom के यूजर्स कम हुए। MTNL को 5,351 और RCom को 244 यूजर्स का नुकसान हुआ।
नवंबर में 4.8 मिलियन यूजर्स ने भेजी नंबर पोर्ट की रिक्वेस्ट
रिलायंस और एयरटेल के यूजर बेस में हुई बढ़ोतरी के बावजूद टेलीकॉम सेक्टर से 28.81 मिलियन यूजर बाहर हुए हैं। नवंबर, 2019 में आई यह गिरावट अप्रैल, 2018 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। TRAI के आंकड़ो के मुताबिक, नवंबर में कुल 115.4 करोड़ यूजर्स में 97.9 करोड़ एक्टिव यूजर्स थे। एयरटेल के 95 प्रतिशत से ज्यादा एक्टिव यूजर्स हैं। इस महीने कुल 4.8 मिलियन यूजर्स ने अपना नंबर दूसरी कंपनी में पोर्ट कराने की रिक्वेस्ट भेजी थी।
कम क्यों हुए यूजर्स?
जानकारों का कहना है कि टेलीकॉम कंपनियों द्वारा टैरिफ में बढ़ोतरी के कारण यूजर्स की संख्या कम हुई है। पिछले कई सालों से इन कंपनियों ने अपने टैरिफ में इजाफा नहीं किया था। रिलायंस जियो ने 2016 में अपनी लॉन्चिंग के बाद पहली बार पिछले साल टैरिफ बढ़ाए। अब कंपनी वॉइस कॉल के लिए प्रति मिनट 6 पैसे चार्ज करती है। जियो के साथ-साथ भारी घाटे से जूझ रही एयरटेल और वोडाफोन-आईडिया ने भी अपनी सेवाओं के दाम बढ़ाए थे।
प्राइवेट कंपनियों के पास 90 फीसदी शेयर
30 नवंबर, 2019 तक टेलीकॉम सेक्टर में मार्केट शेयर की बात करें तो प्राइवेट कंपनियां 89.51 प्रतिशत के साथ सरकारी कंपनियों BSNL और MTNL से कहीं आगे हैं। इन दोनों के पास महज 10.49 प्रतिशत मार्केट शेयर है।