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एक्सेल ने भारत में जुटाया लगभग 5,500 करोड़ रुपये का निवेश 
एक्सेल ने भारत में जुटाया 5,500 करोड़ रुपये का निवेश

एक्सेल ने भारत में जुटाया लगभग 5,500 करोड़ रुपये का निवेश 

Jan 06, 2025
09:56 am

क्या है खबर?

वेंचर कैपिटल फर्म एक्सेल ने भारत में अपना आठवां फंड 65 करोड़ डॉलर (लगभग 5,500 करोड़ रुपये) का जुटाया है। यह फंड उन व्यवसायों का समर्थन करेगा, जो नवाचार और विकास की दिशा में कार्य कर रहे हैं। एक्सेल का ध्यान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), उपभोक्ता, फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। यह निवेश भारतीय बाजार की तेजी से बढ़ती जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगा और इस क्षेत्र में नई कंपनियों को सफलता हासिल करने में मदद करेगा।

योजना

AI और उपभोक्ता निवेश की योजना

एक्सेल का AI निवेश मुख्य रूप से एंटरप्राइज AI और सॉफ्टवेयर-एज-ए-सर्विस (SaaS) कंपनियों में होगा, जो उद्योगों के लिए अनुकूलित समाधान विकसित कर रही हैं। कंपनी भारत के गैर-मेट्रो शहरों से विकास करने वाली कंपनियों में निवेश करेगी, जो बढ़ते उपभोक्ता वर्ग का लाभ उठा रही हैं। जेन-जी की बढ़ती उपभोग-प्रथम आदतें इन कंपनियों के लिए अवसर पैदा कर रही हैं। एक्सेल का उद्देश्य इन ब्रांड्स को बढ़ावा देना और उनका विकास करना है।

निवेश

फिनटेक और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेश

एक्सेल फिनटेक क्षेत्र में निवेश करने की योजना बना रही है, खासकर उन स्टार्टअप्स में जो उपभोक्ताओं और व्यवसायों के लिए डिजिटल अनुभव प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा, कंपनी मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में भारतीय स्टार्टअप्स का समर्थन करेगी, जो वैश्विक बाजार की जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। यह निवेश भारत के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे का लाभ उठाकर वित्तीय वितरण में तेजी लाएगी। इस प्रकार, एक्सेल भारतीय मैन्युफैक्चरिंग को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का प्रयास कर रही है।

अवसर

भारत में बढ़ते स्टार्टअप अवसर

भारत में स्टार्टअप्स का इकोसिस्टम तेजी से बढ़ रहा है और एक्सेल इस अवसर का लाभ उठा रही है। कंपनी का मानना है कि अगले दशक में भारत की GDP में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, जिससे भारतीय संस्थापकों के लिए बड़े अवसर पैदा होंगे। एक्सेल का उद्देश्य इन संस्थापकों को निवेश के जरिए समर्थन देना है, ताकि वे देश के आर्थिक विकास में योगदान कर सकें। इसके अलावा, अन्य कंपनियां जैसे A91 पार्टनर्स भी भारत में निवेश बढ़ा रही हैं।