मारुति सुजुकी का ऐलान, गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में दो दिन के लिए बंद रहेगा प्रोडक्शन
क्या है खबर?
ऑटो सेक्टर पर छाए भारी संकट के बीच देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने हरियाणा के अपने गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में दो दिन के लिए प्रोडक्शन बंद करने का फैसला लिया है।
कंपनी ने बुधवार को बयान जारी करते हुए ये जानकारी दी।
बता दें कि मारुति सुजुकी पिछले सात महीने से लगातार अपने प्रोडक्शन में कमी कर रही है। कंपनी की बिक्री में भी भारी गिरावट आई है।
बयान
2012 के बाद पहली बार लिया गया प्रोडक्शन बंद करने का फैसला
मारुति सुजुकी ने बयान जारी करते हुए कहा है, "कंपनी ने हरियाणा के गुरुग्राम और मानेसर प्लांट में दो दिन, 7 और 9 सितंबर, के लिए यात्री वाहनों का प्रोडक्शन बंद करने का फैसला लिया है। दोनों दिन कोई प्रोडक्शन नहीं होगा।"
8 सितंबर को रविवार होने की वजह से वैसे ही प्रोडक्शन बंद रहेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 2012 के बाद ये पहली बार है जब मारुति सुजुकी ने प्रोडक्शन बंद करने का फैसला लिया है।
ऑटो सेक्टर संकट
भारी संकट में है ऑटो सेक्टर
बता दें कि ऑटो सेक्टर इस समय अपने सबसे बड़े संकट का सामना कर रहा है।
महीने की शुरूआत में आई रिपोर्ट के अनुसार, इस संकट के कारण ऑटो सेक्टर में अप्रैल से लेकर अब तक 3.5 लाख लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी है।
जुलाई में यात्री वाहनों की बिक्री में लगातार नौवें महीने गिरावट दर्ज की गई थी।
कई कंपनियों को 30 प्रतिशत से अधिक मासिक गिरावट का सामना करना पड़ा है।
खराब स्थिति
मारुति सुजुकी की बिक्री में 33 प्रतिशत गिरावट
इस संकट का असर मारुति सुजुकी पर भी देखने को मिला है।
अगस्त महीने में कंपनी की बिक्री में 32.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
ऑल्टो और वैगन आर जैसी छोटी कारों की स्थिति तो और ज्यादा खराब है और उनकी बिक्री में 71.8 प्रतिशत की गिरावट हुई।
सेक्टर से संबंधित लोगों को कहना है कि लोग के पैसा खर्च करने की क्षमता में कमी आई है और इसका असर बिक्री पर पड़ा है।
प्रोडक्शन बंद
मारुति सुजुकी के प्रोडक्शन में भी भारी गिरावट
बिक्री में कमी का सीधा असर गाड़ियों के प्रोडक्शन पर देखने को मिला है और पिछले सात महीने से मारुति सुजुकी अपने प्रोडक्शन में कमी कर रही है।
कंपनी ने अगस्त में अपने प्रोडक्शन में 33.99 प्रतिशत की कमी की थी।
पिछले साल अगस्त में 1,68,725 गाड़ियों के प्रोडक्शन के मुकाबले इस साल अगस्त में 1,11,370 गाड़ियों का प्रोडक्शन किया गया।
कंपनी ने पिछले 6 महीनों में अपने अस्थाई कर्मचारियों की संख्या में 6 प्रतिशत की कमी की है।
मंदी
अर्थव्यवस्था की हालत की सूचक मानी जाती है मारुति सुजुकी
बता दें कि मारूति सुजुकी को भारतीय अर्थव्यवस्था की हालत का सूचक माना जाता है।
अर्थव्यवस्था में किसी भी संकट का असर सबसे पहले मारुति सुजुकी पर देखने को मिलता है।
अप्रैल-महीने में GDP विकास दर गिरकर 5 प्रतिशत पर आना इस बात को और मजबूत आधार प्रदान करता है।
माना जा रहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में है और ऑटो सेक्टर जैसे संकट पिछले काफी समय से इसका संकेत दे रहे हैं।