अमेरिका: सरकार ने फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को अपने नियंत्रण में लिया, जल्द जेपी मॉर्गन करेगी अधिग्रहण
अमेरिका की वित्तीय सेवा कंपनी जेपी मॉर्गन चेज एंड कंपनी सैन फ्रांसिस्को में स्थित फर्स्ट रिपब्लिक बैंक का अधिग्रहण करेगी। दरअसल, संघीय जमाकर्ता बीमा निगम (FDIC) ने फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के शेयरों में भारी गिरावट के बाद उसे अपने नियंत्रण में ले लिया है और इसकी बोली लगाई थी, जिसमें जेपी मॉर्गन ने बाजी मारी। बता दें कि पिछले महीने से अमेरिकी बैंकिंग सेक्टर में संकट जारी है, जिसके चलते कई बड़े बैंकों को बंद कर दिया गया था।
बैंक की कितनी संपत्ति का होगा अधिग्रहण?
कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन एंड इनोवेशन ने एक बयान में कहा कि जेपी मॉर्गन फर्स्ट रिपब्लिक बैंक की सभी जमा राशि और लगभग सारी संपत्ति का अधिग्रहण करेगा। संपत्ति में लगभग 173 अरब डॉलर (14.14 लाख करोड़ रुपये) का ऋण और 92 अरब डॉलर (7.52 लाख करोड़ रुपये) की जमा राशि शामिल है। एक अनुमान के मुताबिक, जेपी मॉर्गन को इस लेन-देन से 2.6 अरब डॉलर का एकमुश्त लाभ होने की उम्मीद है।
जेपी मॉर्गन चेज बैंक के रूप में खुलेंगी बैंक की शाखाएं
बतौर रिपोर्ट्स, अधिग्रहण पूरा होने के बाद अमेरिका के 8 राज्यों में स्थित फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के 84 कार्यालय जेपी मॉर्गन चेज बैंक की शाखाओं के रूप में फिर से खुलेंगे। फर्स्ट रिपब्लिक बैंक के सभी जमाकर्ता जेपी मॉर्गन चेज बैंक के जमाकर्ता बन जाएंगे और अपनी जमा राशियों का लेन-देन कर पाएंगे। लोगों को बैंकिंग सिस्टम में परिवर्तन होने तक फिलहाल अपनी मौजूदा शाखा के जरिए ही लेन-देन जारी रखने के लिए कहा गया है।
जेपी मॉर्गन ने अधिग्रहण को लेकर क्या कहा?
जेपी मॉर्गन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जेमी डिमोन ने एक बयान में कहा, "हमारी सरकार ने हमें और अन्य लोगों को मदद करने के लिए कदम उठाने के लिए आमंत्रित किया था और हम आगे आए।" उन्होंने आगे कहा, "हमारी वित्तीय क्षमताओं और व्यापार मॉडल ने हमें डिपॉजिट इंश्योरेंस फंड की लागत को कम करने के तरीके से लेन-देन को निष्पादित करने के लिए बोली लगाने की अनुमति दी थी।"
अमेरिका में जारी है बैंकिंग संकट
बता दें कि अमेरिका में पिछले महीने से बैंकिंग संकट जारी है। इसके चलते कैलिफोर्निया के सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) और न्यूयॉर्क के सिग्नेचर बैंक को अस्थाई तौर पर बंद करना पड़ा था। दरअसल, सिलिकॉन वैली बैंक की मूल कंपनी SVB फाइनेंशियल ग्रुप के शेयरों में न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर भारी गिरावट दर्ज हुई थी, जिसके बाद अमेरिकी बैंकों को स्टॉक मार्केट में 100 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।
2008 में बैंकिंग संकट के कारण ही आई थी आर्थिक मंदी
2008 में बैंकिंग फर्म लेहमन ब्रदर्स की वजह से अमेरिका में आर्थिक मंदी आई थी, जिसने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया था। दरअसल, 2001 से 2006 के बीच अमेरिकी रियल एस्टेट कंपनियों को खूब लोन दिए गए और मंदी आने पर कंपनियां लोन नहीं चुका पाई थीं। नतीजा यह हुआ कि लेहमन ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया और एक दिन में अमेरिकी शेयर मार्केट से 1.2 लाख करोड़ डॉलर की रकम डूब गई।