GST अधिकारियों ने पकड़े 10,700 फर्जी पंजीयन, हुई 10,000 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी
वस्तु एवं सेवा कर (GST) अधिकारियों ने देशभर में GST के तहत करीब 10,700 फर्जी पंजीकरणों का पता लगाया है, जिनमें 10,179 करोड़ रुपये के GST टैक्स की चोरी भी शामिल है। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के सदस्य शशांक प्रिय ने इसका खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि GST पंजीयन के लिए आधार प्रमाणीकरण पहले से ही 12 राज्यों में लागू है और 4 अक्टूबर तक अन्य 4 राज्यों को भी इसमें शामिल कर लिया जाएगा।
20 राज्य शुरू करेंगे आधार प्रमाणीकरण
शशांक ने एसोसिएटेड चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ऑफ इंडिया (एसोचैम) के एक कार्यक्रम में कहा कि देश में आखिर में मध्य प्रदेश, राजस्थान, असम, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश और हरियाणा सहित 20 राज्य आधार प्रमाणीकरण शुरू करेंगे। उन्होंन कहा कि भविष्य में कर अधिकारी नए करदाताओं पर उनके जोखिम प्रोफाइल के आधार पर कुछ प्रतिबंध भी लगा सकते हैं। इसके लिए उच्च स्तर पर तैयारी की जा रही है। सरकार GST प्रणाली के दुरुपयोग से बहुत दुखी हैं।
27 प्रतिशत GSTIN मिले फर्जी- शशांक
शशांक प्रिय ने कहा, "27 प्रतिशत यानी 10,700 GSTIN फर्जी मिले हैं। हमने 10,179 करोड़ रुपये की कर चोरी का पता लगाया है। 2,994 करोड़ रुपये की ITC को अवरुद्ध किया है और 28 करोड़ रुपये की वसूली भी की गई है।" उन्होंने कहा, "16 मई, 2023 से 15 जुलाई, 2023 के बीच फर्जी पंजीकरण के खिलाफ पहले अभियान में GST पंजीकरण वाली कुल 21,791 संस्थाओं का अस्तित्व ही नहीं पाया गया। यह बेहद गंभीर मामला है।"
फर्जी पंजीकरण की जांच के लिए किया जा रहा भौतिक सत्यापन
CBIC सदस्य ने कहा, "सरकार फर्जी GST पंजीकरण की जांच के लिए लक्षित कार्रवाई कर रही है और अधिक भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। फर्जी पंजीकरण के खिलाफ 16 अगस्त से शुरू हुआ दूसरा अखिल भारतीय अभियान 15 अक्टूबर तक जारी रहेगा।" उन्हाेंने कहा, "कर अधिकारियों ने 67,970 GSTIN की पहचान की है। इनमें से 59 प्रतिशत यानी 39,965 का सत्यापन 22 सितंबर तक किया जा चुका है।"