
गूगल खरीदना चाहती है साइबर सुरक्षा कंपनी विज, 2,600 अरब रुपये में होगा सौदा
क्या है खबर?
गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट फिर से क्लाउड सुरक्षा स्टार्टअप विज को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है।
2023 में गूगल ने इसे 23 अरब डॉलर (लगभग 1,995 अरब रुपये) में खरीदने की कोशिश की थी, लेकिन सौदा नहीं हो पाया। अब इसकी कीमत 30 अरब डॉलर (लगभग 2,600 अरब रुपये) तक हो सकती है।
गूगल क्लाउड के प्रमुख थॉमस कुरियन इस डील को पूरा करना चाहते हैं, क्योंकि विज के सुरक्षा सिस्टम से गूगल को फायदा होगा।
वजह
विज क्यों खास है और गूगल इसे क्यों खरीदना चाहती है?
विज बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। 2023 में इसका सालाना राजस्व 50 करोड़ डॉलर (लगभग 4,330 करोड़ रुपये) था, जो 2025 तक 1 अरब डॉलर (लगभग 87 अरब रुपये) होने की उम्मीद है।
2023 में इसने 12 अरब डॉलर (लगभग 1,040 अरब रुपये) के मूल्यांकन पर निवेश लिया, जो बाद में बढ़कर 16 अरब डॉलर (लगभग 1,380 अरब रुपये) हो गया।
गूगल इसे खरीदकर अपने क्लाउड सुरक्षा सिस्टम को और मजबूत करना चाहता है।
सौदा
पहले सौदा क्यों नहीं हो पाया था?
2024 में जब गूगल ने विज को खरीदने की कोशिश की थी, तब सबसे बड़ा सवाल यह था कि क्या विज स्वतंत्र रहेगी या पूरी तरह गूगल का हिस्सा बन जाएगी।
विज के CEO असफ रैपापोर्ट चाहते थे कि उनकी कंपनी स्वतंत्र रूप से काम करे, इसलिए उन्होंने डील ठुकरा दी।
इसके अलावा, अमेरिका में सरकार टेक कंपनियों के बड़े सौदों पर सख्ती से नजर रख रही है, जिससे यह डील और मुश्किल हो गई थी।