AI के क्षेत्र में आगे रहने के लिए गूगल इस साल करेगी 6,500 अरब रुपये निवेश
क्या है खबर?
गूगल 2025 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्लाउड तकनीक को मजबूत करने के लिए 75 अरब डॉलर (लगभग 6,500 अरब रुपये) खर्च करेगी।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सुंदर पिचई ने बताया कि यह निवेश कंपनी के बुनियादी ढांचे को और बेहतर बनाने के लिए किया जा रहा है।
2023 में गूगल ने 32.3 अरब डॉलर (लगभग 2,800 अरब रुपये) खर्च किए थे, लेकिन AI में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए अब यह राशि दोगुनी से भी ज्यादा होगी।
कारोबार
AI से बढ़ रहा गूगल का कारोबार
गूगल को AI तकनीक से बड़ा फायदा हो रहा है।
कंपनी का कुल राजस्व 12 प्रतिशत बढ़कर 96.5 अरब डॉलर (लगभग 8,400 अरब रुपये) हो गया है। गूगल क्लाउड का भी अच्छा प्रदर्शन रहा और इसका राजस्व 10 प्रतिशत बढ़कर 12 अरब डॉलर (लगभग 1,000 अरब रुपये) पहुंच गया।
गूगल ने हाल ही में जेमिनी 2.0 और एक नया AI एजेंट लॉन्च किया है, जो क्रोम ब्राउजर में कई काम कर सकता है।
चुनौतियों
कानूनी चुनौतियों से जूझ रही गूगल
AI में निवेश के बीच गूगल को कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
अमेरिकी न्याय विभाग ने सुझाव दिया है कि गूगल को अपने क्रोम ब्राउजर से अलग होना चाहिए, क्योंकि कंपनी पर सर्च और विज्ञापन बाजार में एकाधिकार रखने का आरोप है।
यह फैसला लागू हुआ, तो गूगल के AI और डिजिटल कारोबार पर बड़ा असर पड़ सकता है। अल्फाबेट के स्वामित्व वाली वेमो की वित्तीय स्थिति भी कमजोर रही, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई है।