
स्वास्थ्य बीमा लेते समय भूलकर भी न करें ये गलतियां, पड़ जाएगा भारी
क्या है खबर?
वर्तमान की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होते जा रहे हैं। इस कारण शरीर में कई बीमारियों ने घर बना लिया है। ऐसे में कमाई का अधिकांश हिस्सा बीमारियों के इलाज में खर्च हो रहा है। इस परेशानी से बचने के लिए कई लोग स्वास्थ्य बीमा का सहारा लेते हैं, जो अच्छा विकल्प है। आप भी ऐसा कुछ करने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कुछ गलतियों को करने से बचना चाहिए।
कम प्रीमियम
प्रीमियम देखकर न करें चुनाव
कई लोग स्वास्थ्य बीमा चुनते समय केवल कम प्रीमियम वाला विकल्प चुनने की जल्दबाजी कर बैठते हैं। वे यह तक देखना उचित नहीं समझते कि इसमें क्या-क्या कवर किया गया है। कम प्रीमियम वाली पॉलिसी में डे-केयर ट्रीटमेंट और कुछ गंभीर बीमारियों जैसे कई जरूरी कवर नहीं होते हैं। इसलिए, बीमा की सभी शर्तों को ध्यान से पढ़ें और अपनी जरूरत के हिसाब से सही विकल्प का चुनाव करें। अन्यथा बाद में आपको पछताना पड़ सकता है।
वेटिंग पीरियड
वेटिंग पीरियड की न करें अनदेखी
वेटिंग पीरियड: ज्यादातर स्वास्थ्य बीमा प्लान में कुछ बीमारियों के लिए वेटिंग पीरियड होता है यानि, उस बीमारी पर क्लेम कुछ महीने या साल के बाद ही किया जा सकता है। इस बात को नजरअंदाज करने से जरूरत पड़ने पर क्लेम रिजेक्ट हाे जाता है। बीमारी को छुपाना: अगर, आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं और उसे बीमा कंपनी से छुपाते हैं तो कंपनी आपका क्लेम रिजेक्ट कर सकती है। इसलिए, पॉलिसी लेते समय सही सूचना दें।
नेटवर्क
कंपनी का हॉस्पिटल नेटवर्क जरूर देखें
हॉस्पिटल नेटवर्क की जानकारी: बीमा लेते समय यह जरूर पता कर लें कि आपके नजदीक कौन-कौनसे हॉस्पिटल बीमा कंपनी के नेटवर्क में हैं। इससे कैशलैस इलाज आसानी से मिलना संभव हो सके। शर्तों की अनदेखी: बीमा लेते समय कई लोग इसकी शर्तों को पढ़ना जरूरी नहीं समझते। इसका नुकसान उन्हें बीमा क्लेम के समय होता है, जब उनका क्लेम शर्तों में शामिल नहीं होने के कारण पास नहीं हो पाता है। इसलिए, ऐसी अनदेखी भूलकर भी न करें।