सेना की नौकरी छोड़ DLF में शामिल हुए थे कुशल पाल सिंह, जानिए संपत्ति
देश की सबसे बड़ी रियल एस्टेट कंपनी DLF लिमिटेड के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) कुशल पाल सिंह जाने-माने रियल एस्टेट डेवलपर्स में से एक हैं। सिंह का जन्म 15 नवंबर, 1931 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुआ था। उनके पिता चौधरी मुख्तार सिंह बुलंदशहर के एक प्रसिद्ध वकील थे। अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने मेरठ के एक कॉलेज में दाखिला लिया, जहां से उन्होंने विज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की।
सेना की नौकरी छोड़ DLF में हुए शामिल
मेरठ से पढ़ाई पूरी करने के बाद आगे की पढ़ाई करने के लिए सिंह ब्रिटेन चले गए और एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन करने लगे। अपनी पढ़ाई पूरी कर जब वह भारत लौटे, तब उन्हें भारतीय सेना के कैवेलरी रेजिमेंट में नौकरी मिल गई। हालांकि, DLF में शामिल होने के लिए 1961 में उन्हें भारतीय सेना से इस्तीफा दे दिया। DLF में शामिल होकर उन्होंने शोपीस टाउनशिप, DLF सिटी और बूम सिटी गुरुग्राम का निर्माण किया।
कुशल पाल सिंह की संपत्ति
वर्तमान में DLF के पास लगभग 10,000 एकड़ का लैंड बैंक है, जिसके माध्यम से कई सारे प्रोजेक्ट चल रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिंह की अनुमानित संपत्ति 1,190 अरब रुपये से भी अधिक है। फोर्ब्स ने हाल ही में उन परोपकारियों की वार्षिक सूची प्रकाशित की है, जिन्होंने पिछले साल बड़े पैमाने पर दान दिया। इस सूची के अनुसार, सिंह ने पिछले साल 7,406 करोड़ रुपये का दान किया।