बुलंदशहर हिंसा: योगी आदित्यनाथ से मिले शहीद इंस्पेक्टर के परिजन, दिया मदद का भरोसा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के परिजनों ने आज योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।
लखनऊ में मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर हुई इस मुलाकात के दौरान राज्य के DGP भी मौजूद रहे।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि शीघ्र ही साजिश का सच सामने आ जाएगा।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद शहीद इंस्पेक्टर के परिवार ने कहा की मुख्यमंत्री योगी ने हमें मदद का आश्वासन दिया है। हमें सरकार पर पूरा भरोसा है।
फरमान
योगी का फरमान- गोकशी हुई तो SP और DM जिम्मेदार
बुलंदशहर हिंसा के बाद योगी आदित्यनाथ ने गोकशी को लेकर कड़ा रूख अपनाया है।
उन्होंने कहा कि किसी भी जिले में गोकशी की घटना होती है तो इसके लिए सीधे तौर पर जिले के DM और SP जिम्मेदार होंगे।
राज्य के मुख्य सचिव ने DM और SP को इस बाबत निर्देश जारी कर दिए हैं।
साथ ही सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को हर हफ्ते अवैध पशुवधशालाओं पर की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए हैं।
आरोपी
हिंसा का मुख्य आरोपी अब भी पकड़ से बाहर
बुलंदशहर हिंसा के मुख्य आरोपी का नाम योगेश राज बताया जा रहा है। योगेश राज पर आरोप है कि उसने पुलिस पर हमला करने वाली भीड़ को उकसाया। बुधवार को उसने वीडियो जारी कर अपना पक्ष रखा।
पुलिस को उसके मोबाइल की लोकेशन दिल्ली और उसके आसपास इलाके में मिली है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वह दिल्ली में एक हिंदू संगठन के नेता के घर में शरण लिए हुए है। पुलिस उस पर लगातार नजर रख रही है।
हिंसा
सोमवार को हुई थी हिंसा
सोमवार को बुलंदशहर के स्याना थानाक्षेत्र में उपद्रवियों ने एक पुलिस चौकी को आग के हवाले कर दिया था।
इस हमले में पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए थे, जबकि एक अन्य नागरिक की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, स्याना के एक गांव में गोवंश मिलने के बाद बजरंग दल और हिंदू युवा वाहिनी समेत कई हिंदू संगठन प्रदर्शन कर रहे थे। यह भीड़ उग्र हो गई और पुलिस पर हमला कर दिया।
जांच
मामले की जांच के लिए SIT का गठन
मेरठ जोन के ADG प्रशांत कुमार ने बताया कि मामले की जांच के लिए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है।
SIT पता लगाएगी कि हिंसा क्यों हुई और पुलिस इंस्पेक्टर को अकेला क्यों छोड़ा गया था।
बता दें, सुबोध कुमार दादरी में हुए अखलाक हत्याकांड की जांच करने वाले अधिकारियों में शामिल रहे थे।
योगी आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार के परिवार को कुल Rs. 50 लाख की मदद की घोषणा की है।