यह EV कंपनी बनाना चाहती है क्लाइमेट-न्यूट्रल कार, जानिए इसके बारे में
वोल्वो द्वारा किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि तेल से चलने वाले वाहन के उत्पादन की तुलना में इलेक्ट्रिक वाहन (EV) की निर्माण प्रक्रिया में अधिक प्रदूषण होता है। वर्तमान में EV निर्माण की ऐसी कोई सटीक प्रक्रिया नहीं है, जिससे प्रदूषण को कम किया जा सके। ऐसे में वॉल्वो द्वारा खरीदी गयी पोलस्टार कंपनी EV निर्माण को क्लाइमेट-न्यूट्रल बनाने वाली पहली कंपनी बन सकती है। आइये, इसके बारे में जानते हैं।
क्या है कंपनी का लक्ष्य?
कंपनी 2030 तक अपनी किफायती और दमदार क्लाइमेट-न्यूट्रल इलेक्ट्रिक कारें दुनियाभर में लॉन्च करना चाहती है। ऑटोमेकर ने इस साल की शुरुआत में अपनी नई कार के योजना की घोषणा की थी और अब कंपनी ने इस बारे में अधिक जानकारी का खुलासा किया है। कंपनी की माने तो उसने एक ऐसे टीम बनाई है, जो ऑटोमेकर को अपनी EV के उत्पादन से के दौरान होने वाले प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी।
क्या होती हैं क्लाइमेट-न्यूट्रल कारें?
क्लाइमेट-न्यूट्रल कार ऐसी गाड़ियां को कहा जाता है जो बनने और रोड पर चलने पर वातावरण को नुकसान न पहुंचाएं। बता दें कि अधिक गाड़ियों के कारण ग्लोबल वॉर्मिंग का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ऐसे में पोलस्टार एक ऐसी इलेक्ट्रिक कार बनाने की योजना बना रही है जिससे ना के बराबर प्रदूषण हो। कंपनी द्वारा 2030 तक पेश की जाने वाली इलेक्ट्रिक गाड़ियां वातावरण के लिए न्यूट्रल होंगी इसलिए इन्हे क्लाइमेट-न्यूट्रल कार कहा जा रहा है।
पोलस्टार लॉन्च कर चुकी है नई इलेक्ट्रिक कार
पोलस्टार ने विश्वभर में अपनी इलेक्ट्रिक पोलेस्टार 2 कार को लॉन्च किया था, जिसे खूब पसंद किया जा रहा है। रिपोर्ट्स की मानें तो इसे आने वाले समय में भारत में भी लॉन्च किया जायेगा। बता दे कि इस कार को बेहद नए डिजाइन में पेश किया गया है और इसे 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग भी मिल चुकी है। डायमेंशन की बात करें तो यह कार 4607mm लंबी, 1800mm चौड़ी, 1479mm ऊंची और इसका व्हील बेस 2735mm है।
ये हैं कार के फीचर्स
आकर्षक डिजाइन के साथ-साथ इस इलेक्ट्रिक कार में कई बेहतरीन फीचर्स दिए गए हैं। इसमें 308kw का इलेक्ट्रिक मोटर गया है जो 408ps की पावर और 660nm का टॉर्क जनरेट करने में सक्षम है। एक बार फुल चार्ज करने पर कार 395 किलोमीटर की रेंज देगी और 205 किलोमीटर प्रति घंटे की टॉप स्पीड पकड़ सकती है। बता दें कि कार मात्र 4.7 सेकेंड में 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड पकड़ लेती है।
इस कीमत पर भारत में आएगी कार
भारतीय बाजार में इस कार के कीमत और उपलब्धता की जानकारी इसके लॉन्च के समय ही दी जाएगी। हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि भारत में इसकी शुरूआती कीमत करीब 35 लाख रुपये हो सकती है।
क्यों जरूरी हैं इलेक्ट्रिक गाड़ियां?
वाहनों से निकलने वाले धुआं ग्लोबल वॉर्मिंग को बढ़ा रहा है और इस वजह से पृथ्वी लगातार गर्म होती जा रही है। वैज्ञानिक कहते हैं कि इस समय दुनिया का औसत तापमान 15 डिग्री सेंटीग्रेट है और साल 2100 तक इसमें चार से छह डिग्री वृद्धि हो सकती है। बता दें कि इलेक्ट्रिक व्हीकल वायु प्रदूषण नहीं करते, जिससे ग्लोबल वार्मिंग को रोकने में थोड़ी मदद मिलेगी। इसलिए कंपनियां इलेक्ट्रिक गाड़ियां बनाने पर जोर दे रही हैं।