कार पार्क करने में आती हैं दिक्कतें? ये तकनीकें बनाती हैं पार्किंग को आसान
क्या है खबर?
एक अच्छे ड्राइवर की पहचान उसके कार पार्क करने के तरीके से की जाती है।
पार्किंग करना एक परेशानी का सबब हो सकता है, खासकर तब जब कार को तंग जगह पर पार्क करनी पड़े या पार्किंग की जगह कम हो।
हाल ही में स्कोडा ऑटो द्वारा पोस्ट किए गए एक सर्वे में 79 प्रतिशत ड्राइवरों ने बताया था कि वे अपनी कार पार्क करते समय सबसे अधिक परेशानी का सामना करते हैं।
ऑटोमैटिक पार्किंग
सेंसर और कैमरों की मदद से काम करते हैं ऑटोमैटिक पार्किंग
लगभग 60 प्रतिशत कार चालकों का कहना है कि कार चलाने से ज्यादा पार्किंग अधिक तनावपूर्ण है। अधिकांश को आस-पास की कारों से खरोंच लगने या उनसे टकराने की चिंता होती है।
यही कारण है कि अब कार निर्माता अपनी कारों में पार्किंग असिस्टेंस को शामिल करना शुरू कर दिया है, जो आमतौर पर सेंसर और कैमरों की मदद से काम करते हैं।
आइये, जानते हैं ऐसी ऑटोमैटिक वाहन पार्किंग के बारे में जो पार्किंग को तनाव मुक्त बनाती हैं।
#1
पार्क डिस्टेंस कंट्रोल
अधिकांश कारों में आज यह तकनीक उपलब्ध है जो पीछे या सामने वाले बम्पर में स्थित अल्ट्रासाउंड सेंसर का उपयोग करती हैं।
ये कार और वस्तु के बीच का पता लगा सकती हैं और पास पहुंचने पर केबिन के अंदर बीप के रूप में अलर्ट करना शुरू कर देती है।
यह तकनीक पहली बार 1970 के दशक में नेत्रहीनों के लिए बनाई गई थी, जबकि कार बंपर में पहला सेंसर 1982 में इस्तेमाल किया गया था।
#2
रिवर्स पार्किंग कैमरा
साल 2000 के बाद कारों के अंदर रिवर्स कैमरे वाली तकनीक काफी लोकप्रिय हो गई।
यह तकनीक कार के पिछले हिस्से में लगे एक वाइड-एंगल कैमरे का उपयोग करती है और पीछे के पूरे दृश्य को डैशबोर्ड पर लगे एक डिस्प्ले तक पहुंचाती है।
यह अक्सर गाइड लाइन भी प्रदर्शित करती है जो वाहन को पार्क करने के लिए उचित मार्ग को भी दिखाती है।
इस तकनीक ने रिवर्स पार्किंग को काफी आसान बना दिया है।
#3
ऑटोमैटिक पार्किंग
इस तकनीक को पहली बार 2003 में पेश किया गया था और तब से इसे और विकसित किया जा रहा है।
यह तकनीक सेंसर और कैमरों का उपयोग करती है कि आपके वाहन को आगे बढ़ने के लिए पार्क की गई कारों के बीच पर्याप्त जगह है या नहीं, इसका पता लगा के खुद से पार्क हो जाती है।
इसकी मदद से आप कम जगहों में पार्क कर सकते हैं और आसानी से पार्किंग स्थान से बाहर निकल सकते हैं।
#4
रिमोट पार्किंग
यह तकनीक कार पार्किंग का अगला महत्वपूर्ण विकास है। इसकी मदद से वाहन पूरी तरह से अपने आप पार्क हो जाता है।
यह स्टीयरिंग व्हील को घुमाने, एक्सेलेरेटर और ब्रेक लगाने, गियर शिफ्टिंग और हैंडब्रेक लगाने तक का ध्यान रखती है।
इसके लिए ड्राइवर को बस एक बटन दबाकर रखना होगा और कार सब कुछ संभाल लेगी।
कुछ कारें तो चालक के बिना इस तकनीक की मदद से आसानी से पार्क हो जाती हैं।