
सरकार उच्च क्षमता बाइक्स से हटा सकती है टैरिफ, रॉयल एनफील्ड को लगेगा झटका
क्या है खबर?
भारत के उच्च-स्तरीय मोटरसाइकिल बाजार में जल्द ही उथल-पुथल मच सकती है। एक रिपोर्ट के अनुसार, सरकार 705cc और उससे अधिक क्षमता वाली मोटरसाइकिल्स पर आयात शुल्क घटाकर शून्य करने पर विचार कर रही है।
अगर,ऐसा हुआ तो इसका रॉयल एनफील्ड की मूल कंपनी आयशर मोटर्स पर गहरा प्रभाव पड़ेगा, जो अपनी बुलेट बाइक्स के लिए जानी जाती है।
रॉयल एनफील्ड भारतीय प्रीमियम बाइक बाजार में 6.9 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ दिग्गज दोपहिया वाहन निर्माता है।
मौका
विदेशी कंपनियों के लिए खुल सकता है रास्ता
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, उच्च क्षमता वाली बाइक्स पर शून्य-शुल्क व्यवस्था लागू होने से हार्ले डेविडसन जैसी वैश्विक कंपनियों के लिए भारत में फिर से प्रवेश करने का रास्ता खुल जाएगा।
उच्च आयात शुल्क और कम बिक्री के कारण ही हार्ले डेविडसन 2020 में भारतीय बाजार से बाहर हो गई थी।
कंपनी की 750cc से अधिक क्षमता की बाइक अपने बड़े इंजन, तेज गति और राजमार्गों पर बेहतर स्थिरता के कारण लंबी दूरी के बाइकर्स को आकर्षित करती हैं।
प्रभाव
रॉयल एनफील्ड की बिक्री होगी प्रभावित
2023 में हार्ले डेविडसन ने हीरो मोटोकॉर्प के साथ साझेदारी की और भारत में X440 को लॉन्च किया, जिसे राजस्थान के नीमराना में बनाया जाता है।
टैरिफ में कटौती से कंपनी की प्रीमियम बाइक्स को यहां आयात कर कम कीमत पर बेचना दूसरी कंपनियों को नुकसान पहुंचाएगा।
समान स्तर पर वैश्विक प्रतिस्पर्धा आयशर मोटर्स के बाजार प्रभुत्व को चुनौती दे सकती है। रॉयल एनफील्ड की बाइक्स अधिक किफायती, ईंधन कुशल हैं और भारत की यातायात स्थितियों के लिए उपयुक्त हैं।