इंदौर का BRTS बनेगा देश का पहला ग्रीन ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर, चलेंगी 50 इलेक्ट्रिक बस
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में पहला बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (BRTS) ग्रीन ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर बनाने की तैयारी की जा रही है। इस कॉरिडोर में केवल इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी। इसके लिए बेड़े में 50 इलेक्ट्रिक बस शामिल की जाएंगी। इंदौर के नगर निगम की आयुक्त हर्षिका सिंह ने बताया कि 11.45 किलोमीटर लंबे मार्ग पर चलने वाली सभी डीजल से चलने वाली बसों को इलेक्ट्रिक बसों से बदल दिया जाएगा।
10 इलेक्ट्रिक बस खरीद चुकी है नगर निगम
आयुक्त हर्षिका सिंह ने कहा, "हम BRTS को देश में अपनी तरह का पहला हरित परिवहन गलियारा बनाने जा रहे हैं।" उन्होंने बताया कि पहले ही 10 इलेक्ट्रिक बस खरीदी जा चुकी हैं और आने वाले दिनों में लगभग 40 और बसें खरीदी जाएंगी। इस संबंध में एक नीतिगत निर्णय लिया गया है, लेकिन यह खुलासा नहीं किया कि इसमें कितना समय लगेगा। वर्तमान में इस BRTS खंड में रोजाना 49 बसों में करीब 50,000 यात्री सफर करते हैं।
इलेक्ट्रिक बस संचालन में दिल्ली सबसे आगे
देश में इलेक्ट्रिक बस संचालन के मामले में दिल्ली सबसे आगे है। सरकार का दावा है कि वैश्विक स्तर पर इलेक्ट्रिक बसों की संख्या में दिल्ली तीसरे स्थान पर है। पिछले दिनों 350 नई इलेक्ट्रिक बसों को शामिल करने के बाद यहां इसकी संख्या अब 1,650 हो गई है। ये लो-फ्लोर इलेक्ट्रिक बसें एक बार चार्ज करने पर लगभग 250 किलोमीटर की दूरी तय करती हैं। यात्रियों की सुरक्षा के लिए GPS, CCTV, पैनिक बटन जैसे फीचर्स उपलब्ध हैं।