
बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहनों से भी बिजली खपत में होगी वृद्धि, जानिए कितना होगा इजाफा
क्या है खबर?
निवेश सूचना और क्रेडिट रेटिंग एजेंसी (ICRA) ने वित्त वर्ष 2026 में भारत की बिजली की मांग में 5-5.5 प्रतिशत की वृद्धि होने का अनुमान जताया है।
इसके साथ ही एजेंसी ने अगले 5 वर्षों में बिजली की खपत 6.0-6.5 प्रतिशत बढ़ने का अनुमान लगाया है।
अनुमानित मांग वृद्धि वित्त वर्ष 2025 में दर्ज 4.2 प्रतिशत की वृद्धि से अधिक है, लेकिन वित्त वर्ष 2022 से 2024 की अवधि के दौरान की 8 प्रतिशत की वृद्धि से कम है।
कारण
इस कारण होगा इजाफा
ICRA के अनुमान के मुताबिक, यह मांग इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs), डाटा सेंटर और ग्रीन हाइड्रोजन सेगमेंट के कारण होगी।
EV सेक्टर कई श्रेणियों में आशाजनक विस्तार दिखा रहा है, जिसमें तिपहिया वाहन अपनाने की दर सबसे आगे है, जिसके बाद दोपहिया वाहन, इलेक्ट्रिक बसें और यात्री कारें हैं।
वित्त वर्ष 2026-2030 के दौरान बिजली की बढ़ती मांग में इलेक्ट्रिक वाहनों, ग्रीन हाइड्रोजन और डाटा सेंटरों का योगदान 20-25 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
कमी
पिछले सालों की तुलना में कम रहेगी मांग
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी के अनुसार, प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना जैसी योजना के माध्यम से रूफटॉप सोलर और ऑफ-ग्रिड इंस्टॉलेशन ग्रिड से जुड़ी मांग में वृद्धि को आंशिक रूप से संतुलित करने की संभावना रखते हैं।
इसके अलावा पिछले सालों की तुलना में मांग में कमी समय से पहले मानसून का आना और सामान्य से अधिक बारिश की उम्मीद के साथ AC-कूलर की आवश्यकता कम होने और कृषि में सिंचाई के लिए बिजली की खपत कम होने के कारण आई है।