फॉक्सकॉन निसान में रेनो की हिस्सेदारी खरीदने को तैयार, जानिए क्या होगा फायदा
क्या है खबर?
फॉक्सकॉन या हॉन हाई प्रिसिजन इंडस्ट्री ने निसान मोटर कंपनी में रेनो की हिस्सेदारी खरीदने में रुचि दिखाई है। यह साझेदारी संघर्षरत जापानी वाहन निर्माता को बहुत जरूरी बढ़ावा दे सकती है।
हॉन हाई प्रिसिजन के अध्यक्ष यंग लियू ने हाल ही में कंपनी के एक कार्यक्रम में इस खबर का खुलासा किया है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनकी कंपनी पहली तिमाही में अपने इलेक्ट्रिक वाहन (EV) अनुबंध निर्माण व्यवसाय के लिए एक नए जापानी सहयोगी की घोषणा करेगी।
योजना
हिस्सेदारी खरीदने के पीछे क्या है वजह?
आईफोन और इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता फॉक्सकॉन का निसान में फ्रांसीसी फर्म की 36 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने का लक्ष्य है।
कंपनी स्मार्टफोन की धीमी बिक्री की भरपाई के लिए EV जैसे नए क्षेत्रों पर विचार कर रही है।
लियू ने कहा कि फॉक्सकॉन होंडा और निसान के विलय योजनाओं निगाह रख रही है और उनका मुख्य लक्ष्य सहयोग है न कि अधिग्रहण करना।
यह साझेदारी होंडा के साथ विलय की चर्चाएं बंद होने के बाद निसान को उबरने के लिए सहायक होगी।
फायदा-नुकसान
फायदे के साथ हो सकता है यह नुकसान
जापानी वाहन निर्माता कई सालों से नेतृत्व परिवर्तन और पुरानी उत्पाद सीरीज से जूझ रही है। दाइवा सिक्योरिटीज के वरिष्ठ रणनीतिकार शुजी होसोई ने सुझाव दिया कि फॉक्सकॉन की भागीदारी संभावित रूप से निसान को बचा सकती है।
उन्होंने इस जोखिम के बारे में भी चेतावनी दी कि निसान को शार्प कॉर्प जैसे असेंबली निर्माता में बदल दिया जा सकता है, जो 2016 में हॉन हाई प्रिसिजन से धन प्राप्त करने से पहले दिवालियापन के कगार पर था।