अमेरिका: दुनिया में पहली बार पूरी आंख का हुआ प्रत्यारोपण, 21 घंटे चली सर्जरी
अमेरिका के न्यूयॉर्क में दुनिया की पहली ऐसी सर्जरी की गई, जिसमें व्यक्ति की पूरी आंख को बदल दिया गया। यह कारनामा NYU लैंगोन हेल्थ के डॉक्टरों ने किया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 140 डॉक्टरों और सहायकों की टीम ने करीब 21 घंटे में सर्जरी के दौरान आंख का प्रत्यारोपण किया। हालांकि, व्यक्ति को दिखाई देगा या नहीं, इस पर अभी संशय बना हुआ है। बता दें कि अभी तक आंख के कॉर्निया की ही सर्जरी होती आई है।
क्या बोले सर्जिकल टीम का नेतृत्व करने वाले डॉक्टर?
द वाशिंगटन टाइम्स के मुताबिक, NYU लैंगोन फेस प्रत्यारोपण कार्यक्रम के निदेशक डॉ. एडुआर्डो रोड्रिग्ज ने अस्पताल द्वारा जारी एक बयान में कहा, "सिर्फ यह तथ्य कि हमने चेहरे के साथ पहली बार पूरी आंख का सफलतापूर्वक प्रत्यारोपण कर लिया है, एक जबरदस्त उपलब्धि है, जिसे कई लोग लंबे समय से सोचते थे कि यह संभव नहीं है।" रोड्रिग्ज ने कहा, "हम दावा नहीं कर रहे कि रोशनी देने जा रहे, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि हम करीब हैं।"
मरीज एक हादसे में बुरी तरह हुए थे जख्मी
मरीज का नाम एरोन जेम्स (45) है। जेम्स बिजली कंपनी में कार्यरत थे। उनको 2021 में हाई वोल्टेज लाइन का करंट लगा था, जो 7,200 वोल्ट का था। करंट से उनके शरीर का बायां हिस्सा, नाक, मुंह और बायीं आंख बुरी तरह प्रभावित हुई थी। सर्जरी के दौरान उनके आधे चेहरे को बदला गया और बायीं आंख को हटाकर दूसरी आंख लगाई गई। जेम्स का प्राथमिक उपचार टेक्सास में हुआ। वह 2 महीने बाद NYU लैंगोन पहुंचे थे।
30 वर्षीय व्यक्ति ने दान किया अपना चेहरा और आंख
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जेम्स को लगाए गए चेहरे और आंख को एक 30 वर्षीय व्यक्ति ने दान किया था। अभी जेम्स की प्रत्यारोपित आंख ऑप्टिक तंत्रिका के माध्यम से मस्तिष्क से संचार नहीं कर रही। जेम्स ने कहा कि उनकी सर्जरी को 6 माह हो गए हैं और उनको कभी यकीन नहीं था कि ऐसा होगा। उन्होंने बताया कि अभी वह देख नहीं सकते, लेकिन उम्मीद का एक रास्ता खुला है।
अमेरिका में आंख के प्रत्यारोपण का सफल ऑपरेशन
आंख प्रत्यारोपण में क्या है दुश्वारियां?
द गार्डियन के मुताबिक, कैलिफोर्निया के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में नेत्र विज्ञान के अध्यक्ष डॉ. जेफरी गोल्डबर्ग ने कहा कि यह जानवरों पर किए गए प्रयोगों का एक अद्भुत प्रमाण है जिसने प्रत्यारोपित आंखों को जीवित रखा है। गोल्डबर्ग ने कहा कि अभी समस्या यह है कि ऑप्टिक तंत्रिका को फिर से कैसे विकसित किया जाए। हालांकि, जानवरों पर अध्ययन प्रगति कर रहा है। उन्होंने ऑप्टिक तंत्रिका की मरम्मत के लक्ष्य में भी NYU टीम की प्रशंसा की।