कनाडा: खालिस्तानियों ने भारतीय उच्चायुक्त का किया विरोध, लगाए भारत विरोधी नारे
कनाडा में खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियां रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। अब ताजा मामला कनाडा के अलबर्टा के कैलगरी का है, जहां खालिस्तान के समर्थकों ने भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा का विरोध किया। वर्मा यहां एक कार्यक्रम में आए थे, जहां उनका स्वागत होना था। उनका विरोध कर रहे खालिस्तानियों के हाथ में तख्ती, डंडे और हथियार थे। कम से कम एक प्रदर्शनकारी को हाथ में तलवार लिए भी देखा गया।
भारतीयों ने किया खालिस्तानियों का विरोध
जैसे ही खालिस्तानी उग्रवादी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, वहां पर पहले से मौजूद भारतीयों ने उनका विरोध किया। इस दौरान दोनों पक्षों में मामूली झड़प भी हुई। इसी बीच कनाडा पुलिस ने वहां पहुंचकर मामले को शांत कराया। यह घटना 16 मार्च की बताई जा रही है। इससे पहले 15 मार्च को भी कैलगरी में ही एक अन्य कार्यक्रम में वर्मा को आमंत्रित किया गया था, जिसे सुरक्षा कारणों से रद्द कर दिया गया था।
11 मार्च को भी खालिस्तानियों ने किया था प्रदर्शन
11 मार्च को इंडो-कनाडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में वर्मा को आमंत्रित किया गया था। इस दौरान हाथों में हथियार लिए खालिस्तान समर्थकों ने वर्मा के खिलाफ अपमानजनक नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों की पुलिस से झड़प भी हुई थी। एक मार्च को भी सरे में आयोजित एक कार्यक्रम में खालिस्तानियों ने वर्मा का विरोध किया था। हालांकि, इन प्रदर्शनों में किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ।
कनाडा में खालिस्तानियों के निशाने पर भारतीय अधिकारी
कनाडा में भारतीय दूतावास में काम कर रहे अधिकारी पिछले कुछ समय से खालिस्तान समर्थकों के निशाने पर हैं। सिख अलगाववादी नेता गुरपतवंत सिंह पन्नू की अपील के बाद ऐसी घटनाओं में तेजी आई है, जिसमें पन्नू ने भारतीय दूतावास को निशाना बनाने की अपील की थी। हालांकि, कनाडा के विदेश मंत्रालय ने वर्मा को सुरक्षा का आश्वासन दिया है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) द्वारा वर्मा को राजनयिक सुरक्षा दी गई है।
निज्जर की हत्या को लेकर तनावपूर्ण हैं संबंध
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की पिछले साल जून में ब्रिटिश कोलंबिया के एक गुरुद्वारे के बाहर अज्ञात हमलावरों ने गोली मार हत्या कर दी थी। कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा था कि भारतीय एजेंटों और निज्जर की हत्या के बीच संभावित संबंध के विश्वसनीय आरोप हैं। भारत ने इन आरोपों को नकारते हुए कनाडा से खालिस्तानियों के खिलाफ ठोस जानकारी पेश करने की अपील की है। इस मामले पर दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।