क्या भारत और कनाडा के विवाद से बाधित होगा व्यापार? जानिए दोनों के आर्थिक संबंध
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में आई खटास अब और बढ़ गई है। सोमवार को कनाडा द्वारा भारतीय राजनयिकों पर लगाए संदिग्ध (पर्सन ऑफ इंटरेस्ट) होने के आरोपों पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कनाडा के 6 उच्चायुक्त और राजनयिकों को निष्कासित कर कनाडा से अपने 6 उच्चायुक्त और राजनयिकों को वापस बुला लिया। आइए जानते हैं इस बढ़े तनाव से दोनों के आर्थिक संबंधों पर क्या असर पड़ेगा।
भारत-कनाडा के तनाव का व्यापार पर अब तक क्या पड़ा असर?
थिंक टैंक ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) के संस्थापक अजय श्रीवास्तव के अनुसार, अभी तक राजनयिक तनावों का दोनों देशों के द्विपक्षीय वस्तु व्यापार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी गई है कि अगर दोनों देशों के बीच भड़का विवाद और लंबा खिंचता है तो दोनों देशों को पूर्ण आर्थिक नुकसान से बचने के लिए अपनी गतिविधियों का सावधानीपूर्वक प्रबंधन करना होगा। ऐसे में आने वाले समय में दोनों देशों का व्यापार प्रभावित हो सकता है।
भारत और कनाडा के बीच कैसे हैं आर्थिक संबंध?
भारत और कनाडा के बीच आर्थिक साझेदारी काफी मजबूत रही है। साल 2023 में द्विपक्षीय संबंधों पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि व्यापार और निवेश संबंध दोनों देशों के बीच बहुआयामी साझेदारी का एक अभिन्न अंग हैं। आंकड़ों के अनुसार, 2023-24 में कनाडा से भारत का आयात बढ़कर 4.6 अरब डॉलर (लगभग 38.64 हजार करोड़ रुपये) हो गया, जबकि निर्यात में मामूली गिरावट के साथ 3.8 अरब डॉलर (31.62 हजार करोड़ रुपये) रह गया।
भारत और कनाडा के बीच 2022-23 में बढ़ा था व्यापार
विदेश मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत और कनाडा के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2022-23 में 8.3 अरब डॉलर (लगभग 69.72 हजार करोड़ रुपये) से थोड़ा बढ़कर 8.4 अरब डॉलर (करीब 70.56 हजार करोड़ रुपये) का था। 2023 (जनवरी-अक्टूबर) में वस्तुओं का द्विपक्षीय व्यापार 7.65 अरब डॉलर (लगभग 64.26 हजार करोड़ रुपये) रहा, जिसमें निर्यात 4.70 अरब डॉलर (करीब 39.48 हजार करोड़ रुपये) और आयात 2.95 अरब डॉलर (24.78 हजार करोड़ रुपये) रहा।
भारत को मिला 33.60 हजार करोड़ रुपये का FDI
मंत्रालय के अनुसार, भारत को अप्रैल 2000 से जून 2024 के दौरान कनाडा से 4 अरब डॉलर (करीब 33.60 हजार करोड़ रुपये) का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) भी मिला है। इसके अलावा, कनाडाई पेंशन फंड ने भारत में 75 अरब डॉलर (लगभग 6.30 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का निवेश किया है। यही कारण है कि 600 से अधिक कनाडाई कंपनियां भारत में मौजूद हैं और 1,000 से अधिक सक्रिय रूप से भारतीय बाजार में कारोबार कर रही हैं।
भारत और कनाडा के बीच किन चीजों को होता है आयात-निर्यात?
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत रत्न, आभूषण और कीमती पत्थर, फार्मास्यूटिकल उत्पाद, रेडिमेड कपड़े, यांत्रिक उपकरण, कार्बनिक रसायन, हल्के इंजीनियरिंग सामान, लोहा की वस्तुएं आदि कनाडा को निर्यात करता है। इसी तरह दालें, अखबारी कागज, लकड़ी का गूदा, अभ्रक, पोटाश, लौह स्क्रैप, तांबा, खनिज और औद्योगिक रसायन आदि चीजें कनाडा से आयात करता है। श्रीवास्तव के अनुसार, पिछले वर्ष दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंध स्थिर रहे हैं और पहले के राजनीतिक विवादों का उस पर कोई असर नहीं पड़ा।
कैसे बढ़ा भारत और कनाडा का विवाद?
कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह की हत्या के मामले में RCMP की एक रिपोर्ट आई है, जिसमें भारत सरकार के एजेंट्स पर सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने का आरोप है। इस पर भारत सरकार ने दिल्ली में कनाडा के उच्चायुक्त को तलब किया, जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कनाडा के आरोपों पूरी तरह बेतुके और अस्वीकार्य बताया है। मंत्रालय ने आरोपों को ट्रूडो सरकार की वोट बैंक की राजनीति के एजेंडे से प्रभावित बताया है।
पिछले साल हुई थी निज्जर की हत्या
हरदीप सिंह की 18 जून, 2023 को कनाडा के सरे में ब्रिटिश कोलंबिया के गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। निज्जर की हत्या का आरोप करण बराड़, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह सहित 4 भारतीय नागरिकों पर है। बता दें कि भारत सरकार ने निज्जर के साथ 40 अन्य को नामित आतंकियों की सूची में शामिल किया है। निज्जर की मौत ने भारत और कनाडा के द्विपक्षीय रिश्तों में कड़वाहट पैदा की है।