पाकिस्तान ने हाफिज सईद के संगठनों पर लगाया बैन, सेना को तैयार रहने को कहा
पुलवामा हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय दबाव झेल रहे पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। गुरुवार को पाकिस्तान ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड आतंकी हाफिज सईद के दो संगठनों पर बैन लगाया। इन संगठनों के नाम जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत है। प्रधानमंत्री इमरान खान के नेतृत्व में हुई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। हालांकि, पुलवामा हमले के जिम्मेदार जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
बैन का कितना असर?
इस बैठक के बाद पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने बयान जारी किया। इसमें कहा गया है, "बैठक में गैरकानूनी घोषित किए संगठनों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का फैसला किया गया है। गृह मंत्रालय ने फलाह-ए-इंसानियत और जमात-उद-दावा को गैरकानूनी संगठन घोषित करने का फैसला लिया है।" इससे पहले मंत्रालय ने इन संगठनों को निगरानी में रखा था। हालांकि, यह देखना होगा कि राजनीतिक सरंक्षण प्राप्त इन संगठनों पर इस बैन का कितना असर होगा
स्कूल और अस्पताल चलाता है जमात-उद-दावा
जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयब्बा का हिस्सा माना जाता है। यह संगठन पाकिस्तान में 300 मदरसे और स्कूल, अस्पताल, पब्लिशिंग हाउस और एंबुलेंस सेवाएं चलाता है। बताया जा रहा है कि बैन किए गए दोनों संगठनों में लगभग 50 हजार कर्मचारी और वॉलेंटियर हैं। बता दें कि पाकिस्तान में खुला घूम रहा हाफिज सईद पिछले काफी समय से अमेरिका की राडार पर है। अमेरिका ने 2012 में सईद पर 10 मिलियन डॉलर का ईनाम घोषित किया था।
बयान में मसूद का नाम भी नहीं
इस बैठक के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश की जमीन से अतिवादी और आतंकियों को हटाने की बात की। हालांकि, उनकी यह बात एक तरह से खोखला वादा है। दरअसल, इमरान ने अपने बयान में जमात-उद-दावा पर बैन लगाने की बात तो की, लेकिन पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार मसूद अजहर का नाम तक नहीं लिया। अजहर के जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा में हमला किया था, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 40 जवान शहीद हो गए थे।
पाकिस्तान पर आर्थिक प्रतिबंध की कोशिश में भारत
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने यह कदम ऐसे समय में उठाया है जब पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक हो रही है। FATF ने जून में पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डाला था। भारत अब पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करवाने की कोशिश में है। अगर FATF पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट कर देता है तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित होगी। ऐसा होने के बाद आर्थिक संस्थाएं पाकिस्तान पर कई तरह के प्रतिबंध लगा सकती हैं।
सेना को तैयार रहने को कहा
इस बैठक में इमरान ने कहा कि सेना भारत की तरफ से किसी भी उकसावे का जवाब देने के लिए तैयार रहें। उन्होंने कहा कि यह नया पाकिस्तान है और अपने नागरिकों को सुरक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है।
पुलवामा हमले में पाकिस्तान की भूमिका से किया था इनकार
पुलवामा हमले के बाद पहली बार बोलते हुए इमरान खान ने कहा था कि भारत ने बिना सबूतों के पाकिस्तान पर हमले में शामिल होने का आरोप लगाया है और वह किसी भी जांच के लिए तैयार है। उन्होंने भारत द्वारा हमला किए जाने की सूरत में जबाव देने की बात भी कही। कश्मीर राग अलापते हुए उन्होंने कहा, "एक नई सोच आनी जरूरी है। कश्मीर के नौजवानों के भीतर मौत का डर ही खत्म हो चुका है।"
पाकिस्तान ने भारत से मांगे सबूत
इमरान ने अपने बयान की शुरुआत में कहा था, "मेरा बयान भारत सरकार के लिए है। उन्होंने बिना किसी सबूत के पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाए हैं।" उन्होंने कहा, "यह हमारे हित में है कि कोई भी हमारी जमीन का इस्तेमाल हिंसा फैलाने के लिए नहीं करे।" उन्होंने भारत सरकार को भरोसा दिलाया कि अगर पाकिस्तान में से किसी के हमले में शामिल होने के सबूत पाए जाते हैं तो वह उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
सीमा के नजदीक रहने वाले नागरिकों के लिए पाकिस्तान ने जारी की एडवायजरी
पाकिस्तान की तरफ नियंत्रण रेखा के पास रहने वाले लोगों के लिए स्थानीय प्रशासन ने एडवायजरी जारी की है। इसमें लोगों से कहा गया है कि आने-जाने के लिए सुरक्षित रास्तों का इस्तेमाल करें और कहीं भी भीड़ बनाकर खड़े न हों। इसमें कहा गया है कि लोग रात को लाइट का इस्तेमाल न करें और बेवजह नियंत्रण रेखा के पास जाने से बचें। लोगों को नियंत्रण रेखा के पास पशुओं को ले जाने से भी मना किया गया है।