पुलवामा आतंकी हमला: CRPF पर हमले के लिए इस्तेमाल हुआ IED क्या होता है? जानिये
जम्मू-कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले पर हुए हमले में 41 जवान शहीद हो गए। आतंकियों ने जम्मू से श्रीनगर जा रहे पैरामिलिट्री फोर्स के इस काफिले को निशाना बनाया। हमले के बाद आतंकियों ने CRPF जवानों पर गोलीबारी भी की। CRPF जवान जब तक मोर्चा संभाल पाते, आंतकी वहां से फरार हो गए। इस हमले में आतंकियों ने IED (इम्प्रूवमाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) का इस्तेमाल किया है। आइये जानते हैं कि यह क्या होता है।
क्या होता है इम्प्रूवमाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस?
IED एक तरह का बम होता है। यह सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले बमों से अलग होता है। बड़े स्तर पर नुकसान पहुंचाने के लिए आंतकी इसका इस्तेमाल करते हैं। इसे खतरनाक और जल्दी आग पकड़ने वाले केमिकल की मदद से तैयार किया जाता है। IED में ब्लास्ट के लिए, इंफ्रारेड या मैग्नेटिक रिमोट प्रेशर-सेंसिटिव बार, ट्रिप वायर आदि का इस्तेमाल किया जाता है। सुरक्षाबलों को निशाना बनाने के लिए आंतकी इसे अकसर सड़क के किनारों पर लगाते हैं।
किस तरह करता है नुकसान
IED पर जैसे ही कुछ दवाब पड़ता है इसमें जोरदार ब्लास्ट होता है। सड़क किनारे लगे तार पर जैसे ही किसी वाहन का टायर या किसी के पैर पड़ते हैं तो इसमें ब्लास्ट होता है। ब्लास्ट होते ही इसमें इस्तेमाल किए गए केमिकल की वजह से जोरदार आग लगती है। आतंकियों के अलावा नक्सली भी सुरक्षाबलों को अपना निशाना बनाने के लिए IED का इस्तेमाल करते हैं। देश में पहले भी कई बार ऐसे हमले हो चुके हैं।
हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई
इस हमले के बाद देशभर में गुस्सा उबाल पर है। सरकार ने हमले के बाद कहा कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। शुक्रवार सुबह हुई केंद्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में कई फैसले लिए गए है। सरकार ने पाकिस्तान को दिया गया मोस्ट फेवर्ड नेशन (MFN) का दर्जा वापस ले लिया गया है। हमले के बाद स्थिति का जायजा लेने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह आज श्रीनगर जाएंगे।