पुलवामा आतंकी हमला: घटनास्थल से थोड़ी दूरी पर रहता था हमला करने वाला 22 वर्षीय आतंकी
पुलवामा में गुरुवार को तीन दशक का सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ। आतंकियों ने जम्मू से श्रीनगर जा रहे केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के काफिले को निशाना बनाया। इस हमले को अंजाम देने वाले आंतकी का नाम आदिल अहमद डार था। आदिल ने विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो CRPF बस से टकरा दी। इस हमले में 40 से ज्यादा CRPF जवान शहीद गए हैं। आइये जानते हैं इस कायराना हरकत को अंजाम देने वाले आतंकी के बारे में।
स्कूल ड्रॉपआउट था आतंकी आदिल
इस कायराना हरकत को अंजाम देने वाले आदिल की उम्र 22 साल थी। वह दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले के गुंडीबाग गांव का रहने वाला था। यह गांव हमले की जगह से लगभग 10 किलोमीटर दूर है। पुलिस और सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, 12वीं में पढ़ने वाला आदिल अपनी पढ़ाई बीच में छोड़कर आंतकी संगठन के साथ जुड़ गया था। उसने मार्च 2017 में स्कूल छोड़ दिया था।
जैश के साथ जुड़ा आदिल
स्कूल छोड़ने के बाद आतंकी आदिल जैश से जुड़ गया था। पुलिस ने उसे अपने रिकॉर्ड में 'कैटेगरी सी' मिलिटेंट माना था। उसे कई बार जैश-ए-मोहम्मद, हिज्बुल मुजाहिद्दीन और लश्कर-ए-तैयबा आदि आतंकी संगठनों के साथ देखा गया था। हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि वह कोई बड़ा नाम नहीं था। वह 2018 में गायब हुआ था और पुलिस उसे बाकी मिलिटेंट की तरह ही मानकर चल रही थी।
बढ़ई का काम करता था आतंकी आदिल
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आतंकी संगठन से जुड़ने से पहले आदिल बढ़ई का काम करता था। उसके पिता रियाज अहमद डार गांव में एक दुकान चलाते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उसका कजिन भाई भी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ था। सुरक्षाबलों के साथ हुए एक एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया था। उसकी मौत के बाद आदिल ने स्कूल छोड़ दिया था। जैश की तरफ से फिदायीन हमला करने वाला आदिल तीसरा आतंकी था।
हमले के बाद जारी किया गया वीडियो
CRPF पर हुए हमले की जिम्मेदारी लेते हुए जैश-ए-मोहम्मद ने एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में आदिल हथियारों के साथ दिख रहा था और उसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद का बैनर लगा हुआ था।। जैश ने आदिल का वकास कमांडो का नाम दिया हुआ था। इस वीडियो में वह कहता सुनाई दे रहा था कि उसने इस मौके के लिए सालों इंतजार किया था। इसमें आगे वह कहता कि जब तक यह वीडियो आएगा, वह जन्नत में पहुंच चुका होगा।
"पहले से ज्यादा मजबूत है जैश"
द प्रिंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो में आदिल कहता है, "मुझे गर्व है कि मैं इस्लाम का सच्चा प्रचारक हूं। मेरा नाम सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा।" आदिल वीडियो में कहता है, "हमने IC 814 और नगरोटा कैंप पर हमला (2016) के वक्त आपको खूब दर्द दिया था। पठानकोट एयरबेस हमला, पुलवामा में पुलिस लाइन हमले से लेकर BSF कैंप पर हमला। हमने लगातार अपने आप को मजबूत बनाया है और हम अब पहले से ज्यादा मजबूत हैं।"