मोदी की बंगाल रैली में जमा हुई भयंकर भीड़, भाषण छोटा कर खत्म करनी पड़ी रैली
देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ा है और चुनावी सरगर्मियों तेजी पर हैं। सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी की नजरें फिर से वापसी पर है। उसकी इस राह में पश्चिम बंगाल को अहम माना जा रहा है। इसीलिए पार्टी अध्यक्ष अमित शाह के बाद अब प्रधानमंत्री मोदी भी बंगाल दौरे पर हैं। इस दौरान मोदी की एक रैली में भीड़ बहुत ज्यादा हो गई और उन्हें अपना भाषण 14 मिनट में ही खत्म करना पड़ा।
'दृश्य देखकर समझ में आ रहा है दीदी हिंसा पर क्यों उतर आई हैं'
रैली में भीड़ इतनी ज्यादा था कि प्रशासन को इसे संभालने में मुश्किल हो रही थी। थोड़ी देर में ही भीड़ बेकाबू होने लगी। इस कारण मोदी ने केवल 14 मिनट का ही भाषण दिया। अपने छोटे भाषण में भी उन्होंने ममता बनर्जी और विपक्ष को जमकर घेरा। रैली मे उमड़ी भारी भीड़ के जरिए ममता पर हमला बोलते हुए मोदी ने कहा कि यह दृष्य देखकर समझ में आ गया है कि दीदी हिंसा पर क्यों उतर आई हैं।
'लोकतंत्र के बचाव का नाटक करने वाले कर रहे निर्दोषों की हत्या'
मोदी ने कहा कि हमारे लिए बंगाल की जनता के प्यार से डरकर लोकतंत्र के बचाव का नाटक करने वाले निर्दोष लोगों की हत्या करने पर तुले हुए हैं। बजट में किसानों और कामगारों के लिए हुई घोषणाओं को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने उन्होंने कहा, "इन योजनाओं से देश के 12 करोड़ से ज्यादा छोटे किसान परिवारों को, 30-40 करोड़ श्रमिकों और 3 करोड़ से ज्यादा मध्यम वर्ग के परिवारों को सीधा लाभ मिलेगा।"
'मध्य प्रदेश में हो रही 13 रुपए की कर्जमाफी'
कर्जमाफी पर कांग्रेस को घेरते हुए उन्होंने कहा कि कई बार कर्जमाफी की राजनीति कर किसानों की आंखों में धूल झोंकी गई है। उन्होंने कहा कि ऐसी योजनाओं से चंद किसानों को लाभ मिलता है और छोटे किसान इंतजार करते रह जाते हैं। उन्होंने कहा, "मध्य प्रदेश में 13 रुपए की कर्जमाफी हो रही है। राजस्थान में बहाना बनाया जा रहा है कि हमें नहीं पता था बोझ इतना बड़ा है। कर्नाटक में किसानों के पीछे पुलिस लगा दी है।"
मोदी ने की लोगों से धक्का-मुक्की न करने की अपील
मोदी ने कहा कि आजादी के बाद गांवों पर उतना ध्यान नहीं दिया गया, जितना देना चाहिए था। उन्होंने कहा, "नया भारत इस स्थिति में नहीं रह सकता। पिछले 4.5 साल से उनकी सरकार इस स्थिति को बदलने की ईमानदार कोशिश कर रही है।" मोदी के भाषण के दौरान लोग एक-दूसरे के साथ धक्का-मुक्की करने लगे। किसी भी दुर्घटना की स्थिति से बचने के लिए मोदी बार-बार लोगों से धक्का-मुक्की न करने और शांत रहने की अपील करते रहे।