
नोबेल पुरस्कार 2024: साहित्य के क्षेत्र में दक्षिण कोरिया की लेखिका हान कांग को मिला पुरस्कार
क्या है खबर?
साहित्य के क्षेत्र में 2024 का नोबेल पुरस्कार दक्षिण कोरिया की लेखिका हान कांग को दिया गया है। साहित्य में नोबेल पुरस्कार पाने वाली वह पहली दक्षिण कोरियाई महिला हैं।
उनको गहन काव्यात्मक गद्य के लिए पुरस्कार दिया जाएगा, जो ऐतिहासिक आघातों का सामना करता है और मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करता है।
अकादमी ने बताया कि हान कांग अपनी हर कृति में मानव जीवन की नाजुकता को उजागर करती हैं।
पुरस्कार
क्यों मिला हान कांग को पुरस्कार?
अकादमी ने बताया कि हान कांग को शरीर और आत्मा, जीवित और मृत के बीच संबंधों के बारे में एक अनूठी जागरूकता है और अपनी काव्यात्मक और प्रयोगात्मक शैली में वे समकालीन गद्य में एक नवोन्मेषक बन गई हैं।
अकादमी ने हान कांग की लघु कहानी "यूरोपा" 2019 का जिक्र किया, जिसमें पुरुष कथाकार, जो खुद एक महिला के रूप में प्रच्छन्न है, एक रहस्यमय महिला की ओर आकर्षित होता है, जो एक विवाह से अलग हो गई है।
परिचय
कौन हैं हान कांग?
हान कांग का जन्म 1970 में दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू में हुआ था। 9 साल की उम्र में वे परिवार के साथ सियोल चली गईं।
उनके पिता एक प्रतिष्ठित उपन्यासकार हैं। लेखन के साथ-साथ उन्होंने स्वयं को कला और संगीत के लिए भी समर्पित किया, जो उनके संपूर्ण साहित्यिक सृजन में दिखता है।
उन्होंने अपना करियर 1993 में लिटरेचर एंड सोसाइटी पत्रिका में कई कविताओं के प्रकाशन के साथ शुरू किया। उन्होंने 1995 में पहला लघु कहानी संग्रह लिखा था।
जानकारी
11 अक्टूबर को होगी शांति पुरस्कार की घोषणा
अभी तक चिकित्सा, भौतिक, रसायन और साहित्य क्षेत्र के पुरस्कार की घोषणा हो चुकी है। शांति और आर्थिक विज्ञान पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा क्रमशः 11 अक्टूबर और 14 अक्टूबर को की जाएगी। बता दें कि शांति पुरस्कार पर दुनियाभर की नजर होती है।
पुरस्कार
क्या है नोबेल पुरस्कार?
नोबेल पुरस्कारों की शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार पिछले 12 महीनों में मानवता के लिए भलाई करने वाले और विज्ञान की दिशा बदलने वालों को सम्मानित करने के लिए दिया जाता है।
ये पुरस्कार भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हर साल दिए जाते हैं।
सबसे पहले चिकित्सा पुरस्कार की घोषणा की जाती है। अर्थशास्त्र में भी नोबेल मेमोरियल पुरस्कार दिया जाता है, जो नोबेल पुरस्कार के समान है।