भारत की बड़ी जीत, जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर वैश्विक आतंकवादी घोषित

पाकिस्तान के जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को आज संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सैयद अकबरूद्दीन ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी। उन्होंने कहा, 'मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया गया है, सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद' भारत काफी लंबे समय से मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आंतकी घोषित करने की मांग कर रहा था।
बता दें, जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला किया था। इसके बाद से ही भारत लगातार मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिश कर रहा था। अब उसे कामयाबी मिल गई है।
Syed Akbaruddin, India's Ambassador to the UN: Big, small, all join together. Masood Azhar designated as a terrorist in UN Sanctions list. pic.twitter.com/lVjgPQ9det
— ANI (@ANI) May 1, 2019
वैश्विक आतंकवादी घोषित होने के बाद अब अजहर की सारी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। साथ ही दुनिया में कहीं भी उसके आवागमन पर रोक लग जाएगी। अजहर के हथियार रखने पर भी पूर्ण प्रतिबंध लग जाएगा।
पाकिस्तान का सहयोगी देश चीन हमेशा से ही अजहर के कुख्यात कार्यों के बारे में पर्याप्त सबूत होने के बावजूद भी वैश्विक आतंकी घोषित नहीं करने देता था। पुलवामा हमले के बाद भी चीन ने अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने की प्रक्रिया में रोड़ा अटकाया था। हाल ही में MEA के विजय गोखले ने चीनी अधिकारियों से मुलाकात की और अजहर के बारे में बात की। गोखले ने भरोसा जताया था कि चीन इस बार भारत का समर्थन करेगा।
पुलवामा हमले के बाद चीन ने 'तकनीकी रोक' लगाते हुए अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रस्ताव को वीटो कर दिया था, लेकिन आज चीन ने अपनी आपत्ति को वापस ले लिया।
मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई का चीन हमेशा से विरोध करता आया है। भारत सबसे पहले 2009 में संयुक्त राष्ट्र में अजहर के खिलाफ कार्रवाई के लिए प्रस्ताव लेकर आया था। इसके बाद साल 2016 और 2017 में भारत ने अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने का प्रस्ताव दिया। हर बार चीन ने इन प्रस्तावों पर वीटो का इस्तेमाल कर गिरा दिया था। पुलवामा हमले के बाद अब एक बार फिर चीन ने अजहर को बचा लिया था।
पुलवामा में CRPF काफिले पर हमला जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ने ही किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। जैश इसके अलावा भी भारत में कई बड़े आतंकी हमले करवा चुका है। दिंसबर 2001 में संसद पर हुआ हमला जैश ने ही किया था। उसने जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर भी फिदायीन हमला कराया था। इसके अलावा उरी और पठानकोट में सेना के कैंप पर हुए हमलों में भी जैश का हाथ था।
संसद भवन हमला और पुलवामा हमले का मुख्य आरोपी अजहर पाकिस्तान में है। खुद पाकिस्तान सरकार ने यह स्वीकार किया था कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना उसके देश में है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने CNN को दिए इंटरव्यू में कहा था कि मसूद पाकिस्तान में है और बेहद बीमार है। उन्होंने कहा था कि वह इतना बीमार है कि घर से नहीं निकल सकता।
मसूद अजहर को पुर्तगाल के फर्जी पासपोर्ट के सहारे यात्रा करने के आधार पर 1994 में कश्मीर से गिरफ्तार किया गया था। उसकी रिहाई यात्री विमान आईसी-814 के बदले हुई थी। दरअसल, आतंकियों ने 178 यात्रियों से भरे इस विमान को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों की रिहाई की शर्त रखी थी। भारत सरकार ने विमान को आतंकियों की पकड़ से छुड़ाने के लिए जिन तीन आतंकियों को रिहा किया था, उसमें से मसूद एक था।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC), संयुक्त राष्ट्र की छह प्रमुख संस्थाओं में से एक है। इस परिषद का उत्तरदायित्व अतंरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा को बनाए रखना है। परिषद में कुल 15 स्दस्य होते हैं, जिनमें से पांच स्थायी सदस्य हैं और दस अल्पकालिक स्दस्य। परिषद के स्थायी देश हैं- अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, चीन और फ्रांस। स्थायी देश किसी भी प्रस्ताव पर वीटो पावर का इस्तेमाल कर सकते हैं। भारत लंबे समय में इसकी स्थायी सदस्यता पाने की कोशिश में है।