पाकिस्तान: आतंकी फंडिंग मामले में हाफिज सईद को पांच साल की सजा
बुधवार को पाकिस्तान के लाहौर की एक कोर्ट ने आतंकी फंडिंग के दो मामलों में जमात-उद-दावा (JuD) प्रमुख हाफिज सईद को दोषी करार दिया। दोनों मामलों में उसे साढ़े पांच-साढ़े पांच साल जेल की सजा सुनाई गई है। दोनों सजाएं एक साथ चलेंगी। इसके साथ ही उस पर दोनों मामलों में अलग-अलग 15,000 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। बता दें कि हाफिज के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकियों ने ही मुंबई पर आतंकी हमला किया था।
FATF की महत्वपूर्ण बैठक से दो दिन पहले फैसला
हाफिज सईद को सजा का ऐलान ऐसे समय पर हुआ है जब दो दिन बाद ही पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक होनी है, जिसमें आतंकियों को समर्थन के लिए पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट करने पर फैसला होना है। इसके कारण पाकिस्तान पर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव लगातार बना हुआ था। माना जा रहा है कि कुछ देशों के कारण पाकिस्तान को ब्लैकलिस्ट नहीं किया जाएगा।
जून, 2018 से FATF की ग्रे लिस्ट में है पाकिस्तान
बता दें कि जून, 2018 में FATF ने पाकिस्तान को अपनी ग्रे लिस्ट में डालते हुए उसे 15 महीनों के अंदर आतंकियों पर कार्रवाई करने को कहा था। इसके लिए उसे 27 बिंदुओं का एक्शन प्लान दिया गया था। इस समय पाकिस्तान को चेतावनी दी गई थी कि अगर वो इन बिंदुओं पर प्रभावी काम करने में नाकामयाब रहा तो उसे ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा। इसमें ऐसे देशों को डाला जाता है जिन्हें आतंकवाद के लिए ऐशगाह माना जाता है।
FATF की दूसरी चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने की कार्रवाई
फरवरी, 2019 में हुई FATF की बैठक में पाकिस्तान को एक बार फिर से चेतावनी दी गई। इस चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने हाफिज के JuD और फलाह-ए-इंसानियत पर बैन लगा दिया। अगले कुछ हफ्तों में जैश-ए-मोहम्मद सहित इन सभी संगठनों पर कार्रवाई करते हुए इनके 100 से अधिक सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। उनकी 200 से ज्यादा इमारतों को भी जब्त किया गया। अंत में जुलाई में हाफिज को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
इन आरोपों में दोषी पाया गया हाफिज
गिरफ्तारी के बाद हाफिज पर आतंकी फंडिंग के कई मामले चलाए गए जिनमें से दो मामलों में उन्हें दोषी पाया गया। 'द डॉन' के अनुसार, उन्हें प्रतिबंधित संगठन की सदस्यता, उसके लिए फंड इकट्ठा करने और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों में दोषी पाया गया है।
हाफिज पर आतंकी फंडिंग के छह मामले
गौरतलब है कि हाफिज सईद पर इन दो मामलों समेत आतंकी फंडिंग के छह मामले चल रहे हैं। उसने लाहौर की कोर्ट में इन सभी छह मामलों पर एक साथ सुनवाई करने को कहा था। मंगलवार को ही कोर्ट ने उसकी इस याचिका को स्वीकार किया था। इन चारों में हाफिज के सहयोगी जफर इकबाल, याहया अजीज और अब्दुल रहमान मक्की भी आरोपी हैं। बता दें कि हाफिज को लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा जा रहा है।
मुंबई हमलों के बाद हाफिज को घोषित किया गया था वैश्विक आतंकी
हाफिज सईद के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने 26 नवंबर, 2008 को मुंबई पर हमला किया था, जिसमें 166 लोग मारे गए थे। हमलों के बाद UNSC ने हाफिज को वैश्विक आतंकवादी घोषित करते हुए उस पर प्रतिबंध लगा दिया है। लश्कर-ए-तैयबा भी आतंकी संगठनों की सूची में आता है, इसलिए उसने अपने तमाम आर्थिक और राजनीतिक काम चलाने के लिए JuD जैसे अन्य संगठन बना रखे हैं। JuD लश्कर के मुखौटे के तौर पर काम करता है।